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तत्त्वानुशासन
इन सब विधियों के अलावा कमल जाप की विधि भी अपने आप में महत्त्वपूर्ण है यथा
कमल जाप
श्वेत कमल में ८ पांखुड़ियाँ हैं । एक-एक पंखुड़ी में १२-१२ पोत बिन्दु हैं । कर्णिका में १२ बिन्दु हैं। ८+१x१२ = १०८ जाप पूरे हो जाते । चञ्चल मन स्थिर करने के लिये व ध्यान की सिद्धि के लिये यह कमल जाप्य बहुत लाभकारी है। यह कमल हृदय में बनाकर ध्याता को ध्यान करना चाहिये।
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