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कार्तिकेयानुप्रेक्षा
५ -- धनदेव, मेरी माता वसंततिलकाका पति है इसलिये धनदेव मेरा पिता हुआ, उसका तू छोटा भाई है इसलिये तू मेरा काका ( चाचा ) भी है ।
- मैं वसन्ततिलकाकी सौत इसलिये धनदेव मेरा ( सोतेला) पुत्र हुआ उसका तू पुत्र इसलिये मेरा पोता भी है ।
इसप्रकार वह वरुण के साथ छह नाते कह रही थी कि वहां वसन्ततिलका आ गई और कमलासे बोली कि तू कौन है जो मेरे पुत्रको इस तरह छह नाते सुनाती है ? तब कमला बोली कि तेरे साथ भी मेरे छह नाते हैं सो सुन-
क्योंकि धनदेवके साथ तेरे ही उदरसे ( पेटसे)
१ -- पहिले तो तू मेरी माता है उत्पन्न हुई हूँ |
२ -- धनदेव मेरा भाई है । तू उसकी स्त्री है इसलिये मेरी भावज ( भोजाई ) है । ३ -- तू मेरी माता है । तेरा पति धनदेव मेरा पिता हुआ । उसकी तू माता है । इसलिये मेरी दादी है |
४ -- मेरा पति धनदेव है । तू उसकी स्त्री है । इसलिये मेरी सौत भी है । ५--धनदेव तेरा पुत्र सो मेरा भी ( सोतेला ) पुत्र हुआ । तू उसकी स्त्री है इसलिये तू मेरी पुत्रवधू भी है ।
६ - मैं धनदेवकी स्त्री हूँ । तू धनदेवकी माता है । इसलिये तू मेरी सास भो है ।
इस प्रकार वेश्या छह नाते सुनकर चिन्तामें धनदेव आ गया । उसको देखकर कमला बोली कि हैं सो सुनिये:
विचार कर रही थी कि वहां तुम्हारे साथ भो हमारे छह नाते
१ - पहिले तो तू और मैं इसी वेश्याके उदरसे साथ साथ उत्पन्न हुए सो तू मेरा भाई है ।
२-- बाद में तेरा मेरा विवाह हो गया सो तू मेरा पति है ।
३ - वसन्ततिलका मेरी माता है, उसका तू पति है इसलिये मेरा पिता भी है । पिता है इसलिये
उसका
४ - वरुण तेरा छोटा भाई सो मेरा काका हुआ । काका का पिता होनेसे मेरा तू दादा भी हुआ ।
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