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जसहरचरिउ
[१. २०. ११घत्ता–णंदंतहिं गामहिं विउलारामहिं सरवरकमलहिं लच्छिसहि ॥
गलकलकेक्कारहिं हंसहि मोरहिं मंडिय जेत्थु सुहाइ महि ॥२०॥
जहिं चुमुचुमंति केयारकीर वरकलमसालिसुरहियसमीर । जहि गोउलाई पत्रे विक्किरंति पुंडुच्छुदंडखंडई चरंति । जहि वसह मुक्कढेक्कार धीर जीहाविलिहियणं दिणिसरीर । जहि मंथरगमण माहिसाइँ दहरमणुड्डावियसारसाईं। काहलियवंसरवरत्तियाउ
वहुअउ घरकम्मि गुत्तियाउ । संकेयकुँडुंगणपत्तियाउ
जहि झीणउ विरहिं तत्तियाउ । जहि हालिणिरूवणिवद्धचक्खु सीमावडु ण मुअइ को वि जक्खु । जिम्मइ जहिं एवहि पवसिएहि दहि कूरु खीरु घिउ देसिएहि । पवपालियाइ जहि बालियाइ पाणिउ भिंगारपणोलियाइ। दितिश मोहिउ णिरु पहियविंदु चंगउ दक्खालि वि वयणचंदु । जहिं चउपयाइँ तोसियमणाइँ धण्णइँ चरंति ण हु पुणु तिणा। उज्जेणि णाम तहिँ णयरि अस्थि जहिँ पाणि पसारइ मत्तु हत्थि । पत्ता-मरगयकरकलियहि महियलि घुलियहिँ फुरियहि हरियहि मूढमइ ।
विणडिउ दुव्वासहि रसविण्णासहिणीणिउ मिटिं मंदगइ ॥२१॥
२२ जहि चंदकंति माणिक्कदित्ति उल्ललइ गयणि णं धवलकित्ति । जहिं पोमरायराएण लित्त णउ लायइ कुंकुमु हरिणणेत्त । जहिं इंदणीलघरि कसणेकति वहु णजइ सियदंतहिँ हसति । सुपहायकालि जोयंतियाहिँ मणिभित्तिहि चिरु पवसियपियाहि । अमलियमंडणु मुहु दिह जेत्थु । हा पिय विणु मंडणु हुउ णिरत्थु । अप्पाणउ जूरिउ तियहि जेत्थु डिभैप्पडिबिवहो देइ हत्थु । अँहि छडयघित्तकुसुमावलीउ मोत्तियरइयउ रंगावलीउ । जहिं गंदइ जणु जणजणियसोक्खु णिच्चोरमारि णिल्लुत्तदुक्खु । जहिं गयमयसित्तउ रायमग्गु हयलालाजलपंकेण दुग्गु। मुहचुअतंबोलरसेण रत्तु
णिवडियभूसणमणियरविचित्तु । कप्पूरधूलिधूसरियचमरु
मयणाहिपरिमलुब्भमियभमरु । भत्ता--जहिं णरवइ णाएं मंति उवाएं ववहारु वि सच्चे वहइ ।।
कुलु कुलवहुसत्थे पुरिसु वि अत्थे अत्थु वि जहिं दाणिं सहइ ।।२२।।
२१. १. S कसिण । २. SP पिउ । ३. T ढुक्कार । ४. T कुडंगण; AS कुडंगुण । ५. T विभा
वियाइ। ६. T दक्खालिउ । ७. ST दुव्वासएं। २२. १.T कणिस । २. ST गठ । ३. AS डिभउ । ४. S omits this line। ५. S हरचलिय ।
६. B भसलु।
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