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मूल ग्रन्थगत विशिष्ट-शब्द-सूची
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भौगोलिक नाम
अङ्ग (१६.२५) : भागलपुरसे मुंगेर तक फैले हुए प्रदेश में 'अङ्ग' नामक देश था। अनुत्तर वैजयन्त (१५.१६१) : यह विमान पाँच अनुत्तर विमानोंमें दूसरा है।। अपर विदेह (२.११४) पुष्करद्वीपवर्ती पूर्वमन्दरगिरिकी पश्चिम दिशाका एक क्षेत्र । अयोध्या (७.८०) : धातकीखण्ड द्वीपके पूर्व भरतकी एक नगरी । अरिजय (६.४१):
का देश । अलका (५.२) : , आदित्यपुर (६.७५) : ,
.. के विजयाध पर्वतक दक्षिणका एक नगर । आन्ध्र (१६.३४) : सम्प्रति इसका यही नाम है। इषुकार गिरि (५.१): धातकीखण्ड द्वीपके दक्षिणका एक पर्वत, जिसका आकार बाण सरीखा है। उत्तरापथ (१६.४७) : भारतवर्षका उत्तरी भाग पहले उत्तरापथ कहलाता था। उदयाद्रि (१०.१९): धातकीखण्ड द्वोपका एक पर्वत । उढ़ (१६.२८): यह देश किसी समय उड़ीसाके भूभागमें विद्यमान था। कर्णाट (१६.३५) : वर्तमान कर्णाटक, जिसमें मैसर तथा कूर्ग आदि जिले सम्मिलित है। कलिङ्ग (१६.२६) : यह देश कभी उड़ीसासे आन्ध्र तक फैला हुआ था। काश्मीर (१६.५०) : इस समय भी इसका यही नाम प्रसिद्ध है। कीर (१६.५०) : पंजाबका कीर ग्राम या बैजनाथ । कोशला (५.१२) : धातकीखण्ड द्वीपके अलका नामक देशकी एक नगरी । खश (१६.५१): इस देशकी स्थिति काश्मीरके दक्षिण में थी। चन्द्रपुरी (१६.६) : वाराणसीके निकट गंगातटपर स्थित यह पुरी अभी भी जैनोंमें इसी नामसे प्रसिद्ध है । चेदी (१६.२८) : मध्यप्रदेशकी चंदेरीके आस-पासका प्रदेश पहले 'चेदी' देशके नामसे प्रख्यात रहा। जलवाहिनी (१३.५३) : धातकीखण्ड द्वीपकी एक नदी। टक्क (१६.४९) : झेलम और सिन्धु नदियोंके बीचका प्रदेश 'टक्क' या 'वाहीक' देश कहलाता था । द्विपूरणद्वीप (१.११) : दूसरा द्वीप-धातकीखण्ड । द्रमिल (१६.३६) : यह द्रविड देशका ही अपर नाम है. जो कृष्णा और पोलार नदियों के बीचमें था। परुषा (६.४) : धातकीखण्ड द्वीपकी एक अटवी । पाञ्चाल (१६.२७) : उत्तर प्रदेशका रुहेलखण्ड 'पाञ्चाल' देशके नामसे प्रख्यात रहा । पारस (१६.४२) : फसिया या फारस 'पारस' देशके नामसे प्रसिद्ध था। पूर्वदेश (१६.१) : वाराणसीसे आसाम और वर्मा तकका पूर्वीय भारत 'पूर्व देश' कहा जाता था। पूर्वमन्दर (१.११) : धातकीखण्ड द्वोपके पूर्वभागका पर्वत, जो पांच मेरुपर्वतोंमें गिना जाता है । पूर्व विदेह (१.१२) :
पूर्व मन्दरके पूर्व भागका एक क्षेत्र । मङ्गलावती (१.१२):
, ,, विदेह का ,, देश । मनोहर (२.२) : रत्नसंचयपुरका एक उद्यान । मणिकूट (१४.१) : धातकीखण्ड द्वीपका एक पर्वत । मलयगिरि (१६.३७) : दक्षिण भारतके ट्रावनकोरकी पर्वत श्रेणियाँ । रत्नसंचयपुर (१.२१) : धातकीखण्डद्वीपके मङ्गलावती देशका एक पुर । लाट (१६.४०) : दक्षिणो गुजरात और खानदेशका सम्मिलित प्रदेश 'लाट' कहलाता था।
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