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जिन सूत्र भाग : 2
जुड़ो। सूरज जब पाओगे, पाओगे; अभी किरण पास आती है उसे तो पकड़ो। लेकिन जीवन विधायक हो, प्रेम का स्वीकार, सम्मान करने से भरा हो, तो मनुष्य ज्यादा देर तक मंदिर से दूर नहीं रह सकता। प्रेम द्वार है।
आज इतना ही।
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