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विषय-सूची पृष्ठ | विषय
विषय
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३४७ ३४७
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३६२
३३७
मोक्ष-अनुयोगद्वार ३३७-३३९ उस विषय में अर्थपद मल्लिजिन की स्तुति
अपकर्षणका स्वरूपनिर्देश मोक्ष अनुयोगद्वार कहने की प्रतिज्ञा
उत्कर्षणका स्वरूपनिर्देश मोक्षका चार प्रकारका निक्षेप और
उत्तरप्रकतिके आश्रयसे प्रमाणानुगम उनकी व्याख्या
३३७
स्वामित्वविचार कर्मद्रव्यमोक्षके चार भेद
एक जीवकी अपेक्षा काल प्रकृतिद्रव्यमोक्षके दो भेद तथा प्रत्येकके
एक जीवकी अपेक्षा अन्तर दो दो उत्तर भेद
३३७
नाना जीवोंकी अपेक्षा भंगविचय प्रकृतिमोक्षका अर्थपद
नाना जीवोंकी अपेक्षा काल स्थितिमोक्षके दो भेद और अर्थपद
नाना जीवोंकी अपेक्षा अन्तर अनुभागमोक्षका अर्थपद
३३८ अल्पबहुत्व प्रदेशमोक्षका अर्थपद
३३८
भुजगारसंक्रमविचार नोकर्मद्रव्यमोक्षके तीन भेद और
एक जीवकी अपेक्षा काल उनकी व्याख्या
एक जीवकी अपेक्षा अन्तर संक्रम-अनुयोगद्वार ३३९-४८३
अल्पबहुत्व मुनिसुव्रत नाथकी स्तुति
३३९
पदनिक्षेप संक्रमकी सूचना
वृद्धिसंक्रम संक्रम अनुयोगद्वार कहनेकी प्रतिज्ञा ३३९
अनुभागसंक्रमविचार संक्रमका छह प्रकारका निक्षेप
आदिम्पर्धकनिर्देश और उनकी व्याख्या
३३९
अर्थपद कर्मसंक्रमका प्रकरण है यह सूचित
प्रकृतोपयोगी अल्पबहुत्व कर उसके चार भेदोंका निर्देश
प्रमाणानुगम प्रकृतिसंक्रमका अर्थपद
स्वामित्व मूलप्रकृतिसंक्रमका निषेध
एक जीवकी अपेक्षा काल उत्तरप्रकृतिसंक्रमका स्वामित्व
एक जोवकी अपेक्षा अन्तर एक जीवकी अपेक्षा काल
नाना जीवोंकी अपेक्षा भंगविचय एक जीवकी अपेक्षा अन्तर
नाना जीवोंकी अपेक्षा काल नाना जीवोंकी अपेक्षा भंगविचय
नाना जीवोंको अपेक्षा अन्तर नाना जीवोंकी अपेक्षा काल
३४४
सन्निकर्ष अल्पबहुत्व
३४४
अल्पबहुत्व प्रकृतिस्थानसंक्रमका विचार ३४६ भुजगारसंक्रमका अर्थपद स्थितिसंक्रमके दो भेद
३४७ । एक जीवकी अपेक्षा काल Jain Education International
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