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उateमाणुयोगद्दारे अणुभागउदीरणा
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संजणच उक्कम्मि अण्णदर० अनंतगुणा । वीरियंतराइय० अ० गुणा । अचक्खु ० अ० गुणा । परिभोगंतराइय० अ० गुणा । भोगंतराइय० अ० गुणा । लाहंतराइय० अणंतगुणा । दाणंतराइय० अ० गुणा । मणपज्जव० अ० गुणा । ओहिणाण० ओहिदंस ० अ० गुणा । सुदआवरण० अ० गुणा । चक्खुदं० अ० गुणा । मदिआवर० अ० गुणा । अपच्चक्खाणचक्क० अण्ण० अ० गुणा । पच्चक्खा० चउक्क० अण्ण० अ० गुणा । बंधिचक्क अण्ण० अ० गुणा । केवलणाण० केवलदंसण० अ० गुणा । मिच्छत्त० अ० गुणा । पयला० अ० गुणा । णिद्दा० अ० गुणा । पयलापयला० अ० गुणा । णिद्दाणिद्दा० अ० गुणा । श्रीणगिद्धि० अ० गुणा । ओरालिय० अणंतगुणा । area अ० गुणा । तिरिक्खाउ० अ० गुणा । तेजइय० अ० गुणा । कम्मइय० अ० गुणा । णीचागोद० अ० गुणा । अजसगित्ति० अ० गुणा । असाद० अ० गुणा । जसगित्ति० अनंतगुणा । साद० अनंतगुणा । एवमणुभाग उदीरणाए अप्पाबहुअं समत्तं ।
एत्तो भुजगारउदीरणाए अट्ठपदं- अणंतरविदिक्कते समए अप्पदराणि फद्दयाणि
संज्वलनचतुष्क में अन्यतरकी उदीरणा अनन्तगुणी है । वीर्यान्तरायकी उदीरणा अनन्तगुणी है । अचक्षुदर्शनावरणकी उदीरणा अनंतगुणी है। परिभोगान्तरायकी उदीरणा अनंतगुणी है । भोगान्तरायकी उदीरणा अनंतगुणी है । लाभान्तरायकी उदीरणा अनन्तगुणी है । दानान्तरायकी उदीरणा अनन्तगुणी है । मन:पर्ययज्ञानावरणकी उदीरणा अनन्तगुणी है । अवधिज्ञानावरण और अवधिदर्शनावरणकी उदीरणा अनन्तगुणी है । श्रुतज्ञानावरणकी उदीरणा अनन्तगुणी है । चक्षुदर्शनावरणकी उदीरणा अनंतगुणी है । मतिज्ञानावरणकी उदीरणा अनंतगुणी है । अप्रत्याख्यानावरणचतुष्क्रमें अन्यतरकी उदीरणा अनंतगुणी है । प्रत्याख्यानावरणचतुष्कमें अन्यतरकी उदीरणा अनंतगुणी है । अनन्तानुबन्धिचतुष्क में अन्यतरकी उदीरणा अनन्तगुणी है । केवलज्ञानावरण और केवलदर्शनावरणकी उदीरणा अनन्तगुणी है । मिथ्यात्वकी उदीरणा अनन्तगुणी है । प्रचलाकी उदीरणा अनन्तगुणी है । निद्राकी उदीरणा अनन्तगुणी है । प्रचलाप्रचलाकी उदीरणा अनन्तगुणी है । निद्रानिद्राकी उदीरणा अनन्तगुणी है । स्त्यानगृद्धिकी उदीरणा अन
गुणी है । औदारिकशरीरकी उदीरणा अनन्तगुणी है । वैक्रियिकशरीरकी उदीरणा अनन्त - गुणी है । तिर्यगायुकी उदीरणा अनन्तगुणी है । तैजसशरीरकी उदीरणा अनन्तगुणी है । कार्मणशरीरकी उदीरणा अनन्तगुणी है । तिर्यग्गतिकी उदीरणा अनन्तगुणी है । नीचगोत्रकी उदीरणा अनन्तगुणी है । अयशकीर्तिकी उदीरणा अनंतगुणी है । असातावेदनीयकी उदीरणा अनन्तगुणी है । यशकीर्तिकी उदीरणा अनन्तगुणी है । सातावेदनीयकी उदीरणा अनन्तगुणी है । इस प्रकार अनुभागउदीरणा अल्पबहुत्व समाप्त हुआ ।
यहां भुजाकार उदीरणाका अर्थपद कहा जाता है-- अनन्तर अतीत समय में अल्पतर
अ-काप्रत्योः
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साद० अण्णदर अनंतगुणा' इति पाठः ।
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