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________________ 70 मस्तिष्क और ज्ञानतंतु की बीमारियाँ मस्तिष्क की रक्त नली में रक्त जम जाय तो उसे Thrombosis कहते है । जमे हुए रक्त से कोइ नन्हा क्लोट उखड कर मस्तिष्क की रक्त नली में पहुंचे उसे Embolism कहते है । इनसब में हेमरेज (Hemorrhage) सबसे गंभीर परिस्थिति है । जो कभी कभी जानलेवा हो सकती है । हेमरेज प्रायः नली फटने से होता है। । ज्यादातर पक्षाघात (८०-८५%) थोम्बोसीस या एम्बोलिझम से होते है, बाकी के हेमरेज से होते है। • निदान के लिए सि. टी. स्केन, एम.आर.आई., एन्जियोग्राफी, डोपलर वगैरह टेस्ट किए जाते हैं । • थ्रोम्बोसिस में मगज के कोषों की मृत्यु प्रथम छह घंटे में रक्त और ऑक्सिजन न मिलने से हो जाती है। इसीलिए जितनी हो सके उतनी जल्दी एक से तीन घंटे में दर्दी को अस्पताल में लाकर ट्रीटमेन्ट करवानी चाहिए। अद्यतन सारवार पद्धति थोम्बोलिसिस है, जिसमे r-tPA नामक दवाई प्रथम तीन घण्टो में दी जाती है। इसके अलावा एन्टीथोम्बोटिक थेरपी, न्यूरोप्रोटेक्टिव थेरपी, कोम्प्लिकेशन हेतु थेरपी, न्यूरोसर्जरी, सपोर्टिव थेरपी, फिजियोथेरपी वगैरह पक्षाघात की सारवार के महत्वपूर्ण घटक हैं । Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001801
Book TitleMastishk aur Gyantantu ki Bimariya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSudhir V Shah
PublisherChetna Sudhir Shah
Publication Year2008
Total Pages308
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Science, & Medical
File Size17 MB
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