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मस्तिष्क और ज्ञानतंतु की बीमारियाँ (९) न्यूरोपथी के अन्य प्रकार : विटामिन की कमी से होनेवाली न्यूरोपथी में मुख्यतः विटामिन B12 तथा Folic acid की न्यूरोपथी समाविष्ट है। (इस बीमारी को SCD - Subacute combined Degeneration कहते है)। उसके उपरांत शराब का अधिक सेवन करनेवाले को विटामिन B, की कमी हो जाती है, बेरीबेरी नामक बीमारी होती है, जिसमें दर्दयुक्त न्यूरोपथी होती है।
दवाइ से होनेवाली न्यूरोपथी में एन्टिबायोटिक नाइट्रोफ्यूरेन्टोइन, केन्सर की दवाई वीन्क्रीस्टीन, मिर्गी की दवाई फिनाईटोईन और टी.बी. की दवाई आइसोनायाझाईड आदि है। दवाई बंद करने से धीरे धीरे न्यूरोपथी सुधर जाती है । यह याद रखना चाहिए कि यह दवाई लेनेवाले प्रत्येक को न्यूरोपथी नहीं होती है और उसकी रोकथाम के लिए अनेक उपाय भी है, जैसे कि टी.बी. की दवाई आइसोनायाजाईड के साथ विटामिन B6 देना चाहिए । भारी धातु जैसे कि सीसा, सोना, पारा, आर्सेनिक वगैरह के सेवन से या कुछ रसायन जैसे कि थेलियम, हेक्झोकार्बन, आर्गेनो फोस्फेट वगैरह से भी न्यूरोपथी हो सकती है। एक बात ध्यान रखनी चाहिए की २०% से ३०% न्यूरोपथी में कोई कारण नहीं मिलता ।
अन्ततः इन सब न्यूरोपथी में अपने देश में सबसे अधिक दिखाई देनेवाली न्यूरोपथी डायाबिटीस, लेप्रसी, एईड्स (एच.आई.वी.) तथा आल्कोहोल से होती विटामिन B, और अन्य पोषक विटामिन की कमी से होती B12 तथा फोलिक एसिड की न्यूरोपथी मुख्य है । उसके विरुद्ध शीघ्र से फैलनेवाली ए.आई.डी.पी. और क्रमश: फैलती केन्सर और मायलोमा की न्यूरोपथी खतरनाक है, इस बात का ध्यान रखना चाहिए । इस लिए शीघ्र निदान, संपूर्ण जाँच और पर्याप्त उपचार, योग्य फिजियोथेरपी - यह तमाम न्यूरोपथी की ट्रीटमेन्ट के महत्वपूर्ण पहलू है।
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