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________________ 202 ܀ मस्तिष्क और ज्ञानतंतु की बीमारियाँ ADEM (Acute Disseminated Encephalomyelitis) : ADEM हो सकती है। चेचक या रेबीज़ के हो सकती है। कभीकभी धनुर्वा के शरीर के किसी प्रकार के वायरस के संक्रमण (जैसे कि चेचक, अछबड़े या अन्य) के बाद थोड़े दिन में जब न्यूरोलोजिकल बीमारी हो तब अधिकांश वह - ADEM नामक बिमारी हो सकती है, जिसमें बड़े या छोटे मस्तिष्क, करोड़रज्जु अथवा दोनों से संबंधित चिह्न - समूह दिखते हैं । वायरस बीमारीग्रस्त लोगों में दो हजार में से एक या दो को यह तकलीफ टीके के बाद भी कई बार यह बीमारी टीके से हुए केस भी देखें है । छोटे बच्चों में कई बार यह प्रमाण अधिक होता है और कुछ केस में हमेशा के लिये याददास्त व्यवहार में परिवर्तन या मिर्गी जैसे लक्षण देखे जाते हैं । वयस्क लोगों को इसमें सौभाग्यवश शीघ्र और अधिक लाभ होता है। छोटे मस्तिष्क की तकलीफ में सुधार अधिक अच्छी तरह होता है । Jain Education International यह बीमारी वायरस से होने वाले मस्तिष्क के प्रत्यक्ष नुकसान से अलग है, क्योंकि मस्तिष्क की माइक्रोस्कोपिक या अन्य जाँच में वायरस दिखाई नहीं देते हैं । सामान्यतः वायरस का रोग होने के कुछ दिनों बाद (२ से २० दिन) यह बीमारी शुरु होती है । इस पर से यह माना जाता है कि यह शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता में हुई कमी - खराबी से संबंधित रोग है (immune mediated) । हालांकि नई अत्याधुनिक पद्धति से, DNA घटकों की वायरस के साथ संबंधित कड़ी प्रस्थापित होती है । For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001801
Book TitleMastishk aur Gyantantu ki Bimariya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSudhir V Shah
PublisherChetna Sudhir Shah
Publication Year2008
Total Pages308
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Science, & Medical
File Size17 MB
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