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मस्तिष्क और ज्ञानतंतु की बीमारियाँ (४) करोड़रज्जु में रक्तप्रवाह कम होना । (५) करोड़रज्जु में हेमरेज होना, जैसे कि रक्त की नलिकाओं के झुंड
का फटना । (६) Vitamin B12 या Folic acid की कमी से करोड़रज्जु को
नुकसान होना। कभी कभी Vit. E की कमी से भी नुकसान
होना। (७) मसूर की दाल ज्यादा खाने से होने वाला Lathyrism तथा
अन्य आहार और दवाई, रसायनों से होते दुष्प्रभाव संबंधित
करोड़रज्जु के जहरीले रोग (Toxic Myelopathy) । (८) करोड़रज्जु के वंशानुगत घर्षण की बीमारी जैसे कि फेमिलियल
स्पास्टिक पेराप्लेजिया (Familial Spastic Paraplegia),
स्पाइनोसेरीबेलर डिसिज़, इत्यादि । (९) मोटर न्यूरोन डिसिज़ जैसे अज्ञात कारणों से होने वाले घिसाव
के रोग। (१०) लंबे अरसे की कलेजे और गुड़दे की बिमारी से करोड़रज्जु को
नुकसान होना । (११) अज्ञात कारणों से करोड़रज्जु को हानि होना ।
करोड़रज्जु की इन सभी बीमारियों का निदान इतना अधिक कठिन नहीं है, एक प्रकार का गणित ही है। कुछ अनुभव और सूझबूझ हो तो विस्तृत मेडिकल जानकारी और सुयोग्य न्यूरोलोजिकल जाँच द्वारा निश्चित निदान हो सकता हैं।
निदान की निश्चितता के लिए करोड़रज्जु के मुख्य रिपोर्ट्स (जाँच) निम्न अनुसार हैं :
१. करोड़रज्जु की एम. आर. आई. जाँच या सी.टी. स्कैन । २. कमर के पानी की जाँच । ३. मायलोग्राफी ।
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