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7 - आधाशीशी और अन्य सिरदर्द एवम् वर्टिगो (Migraine, other headaches & vertigo) 87
न्यूरोलॉजिस्ट, फिजिशियन और जरूरत पड़े तो साइकियाट्रिस्ट डॉक्टरों की सहायता लेकर इस रोग में योग्य दवाई, उपचार तथा साइकोथेरापी करवाने से लाभ होता है । उदासीपन तथा अत्याधिक चिंता को दूर करने वाली दवाई के साथ व्यक्ति का मूड सुधरे, परिस्थिति का सामना करने की शक्ति बढ़े ऐसी दवाई का उपयोग किया जाता है । साथ ही स्नायुओं को शांत करने की तथा तनाव कम करने की दवाई का उपयोग किया जाता है । आहारविहार में योग्य बदलाव आवश्यक है । इसमें दर्द की दवाई कम लेने का आग्रह किया जाता है । दर्द की दवाई का अनियंत्रित उपयोग इस प्रकार के दर्द को बढ़ाता है और फिर दर्द की दवाई का असर नहीं होता, दुष्प्रभाव यकृत तथा मूत्रपिंड पर होता है । रक्त कोषिकाओं पर इन दवाओं का दुष्प्रभाव है। कोई कोई मरीज़ दवाई के आदि हो जाते है (Headache of drug abuse)। डॉक्टरों को ऐसे मरीज़ के उपचार में बहुत ध्यानपूर्वक और धैर्य से काम लेना चाहिए और दर्द की दवाई के अलावा उपरोक्त अन्य चिकित्सा पद्धतियों पर भी ध्यान देना चाहिए।
३. सिरदर्द के अन्य कारण आगे दी गई जानकारी के अनुसार मस्तिष्क के दर्द के अन्य कारणों में मस्तिष्क का संक्रमण और मेनिन्जाइटिस के मामले में तात्कालिक उपचार करने से मरीज़ का जीवन बच सकता है । ब्रेईन ट्यूमर का निदान सी. टी. स्कैन अथवा एम.आर.आई. द्वारा हो सकता है । उसके पश्चात योग्य उपचार, सर्जरी द्वारा मरीज अच्छा हो सकता है। इसी प्रकार हेमरेज की योग्य सघन सारवार से अधिकांश केसो में जीवन बचाया जा सकता है। दर्द से मुक्ति पाने के लिए अधिक दवाई के सेवन से या उसकी आदत पड़ जाने से सिरदर्द बढ़ जाता है । कई बार सिरदर्द के एक से अधिक कारण होते है । इसके उपरांत साईनस, आँख की तकलीफ आदि सिरदर्द सरलता से अच्छे हो सके, ऐसे प्राथमिक रोगों के निवारण पर ध्यान देना आवश्यक है ।
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