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श्री नमिनाथ अनाहत यंत्र नं-२१
श्री नेमिनाथ अनाहत यंत्र नं-२२
34.
क्षि
महाविज्झर णमि णमि स्वाहा
31.
31.
क्षि
अ.
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अरति
२१६
क्षि
ममसर्व वश्यं कुरु कुरु
महारति
मम युध्दे विज यं
सम्मति
क्षि
द दिरसतिम हति स्वाहा
कुरु कुरु स्वाहा
स्वाहा
•याय भ्रकुटीयक्ष चामुण्डायक्षिसहिताय
अरहदो णमिस्स सिज्झ धम्मे भगवदो विज्झर
क्षि
ක්රී
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क्षि
ॐ ह्रीं श्री नमिना
ॐ नमो भगवदो
अ.
गोमेद यक्षकुष्माण्डनीयक्षी सहिताय
अरिठ्ठणेमिस्स सिज्जधम्मे भगवदो विज्झर महाविज्झर क्षि
31.
31.
क्षि
ॐ ह्रीं श्री नेमिनाथाय ॐ मोभगवदो अरहदो
34.
'मङ्गलम से साभार
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