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जीवराज जैन ग्रंथमाला (सोलापूर)
धवला षट्खंडागम-- आचार्य पुष्पदन्त भूतबली प्रणित -- वीरसेनाचार्य विरचित धवला टीका समन्वित, ग्रंथ संपादक डॉ. हीरालालजी जैन एवं पं. फूलचंदजी सिद्धान्त शास्त्री, पं. बालचंदजी सिद्धान्त शास्त्री -- भाग १ से १६ पुस्तकाकार -- मू. ३०००) लगभग । तिलोयपण्णति भाग १ - २८०० ) पांडवपुराण २०० )
१०० ) सिद्धांतसार संग्रह २०० ) २००) कुन्दकुन्दप्राभृत संग्रह २०० ) १०० ) पद्मनन्दी पंचर्विंशति २०० ) ४० )
१०० ) गणितसार संग्रह
१०० ) पुण्यास्त्रवकथाकोष २०० )
१५० ) समाधिशतक
२० )
१४०) धर्मपरीक्षा
१६० )
१४० ) अर्थप्रकाशिका
१२० )
शांतिनाथ पुराण
१२० ) भग. आराधना भाग-१-२४०० ) १२० ) आलापपधधति
सुभाषित रत्नसंदोह
२४ ) २४० ) श्रावकाचार भाग - २ १६० )
श्रावकाचार भाग - १
श्रावकाचार भाग - ३
१६० ) श्रावकाचार भाग-४ १६० ) १६० ) ज्ञानार्णव
श्रावकाचार भाग-५
४०) भरतेश वैभव भाग - २
६० )
भरतेश वैभव भाग-१ भरतेश वैभव भाग-३ १५ ) भरतेश वैभव भाग - ४ ४० )
दिगम्बर जैन पुस्तकाय, गांधीचौक, सुरत
(0261) 2590621
प्राकृतशब्दानुशासन जम्बूद्वीपपण्णति संग्रह
भट्टारक सम्प्रदाय
आत्मानुशासन
लोकविभाग
चंद्रप्रभु चरित्र
रईधू ग्रंथावली भाग - १
ईधू ग्रंथावली भाग - २
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३४० )
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