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मोक्षशास्त्र सटीक
प्रश्नावली
बन्ध किसे कहते हैं ?
ज्ञानावरणादि कर्म किस द्रव्यके भेद हैं ? यदि पुद्गलके हैं तो देखनेमें क्यों नहीं आते ?
दर्शनमोहनीय कर्मके कितने भेद हैं ? और उनका क्या स्वरूप हैं ?
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विग्रहगतिमें जीवका आकार कैसा होता हैं ? और वैसे होनेमें कारण क्या है ?
पर्याप्ति, अस्थिर, वज्रवृषभनाराचसंहनन, प्रशस्त विहायोगति और लाभान्तराय, इन कर्मोके लक्षण बताओ ।
सब कर्मोकी उत्कृष्ट स्थिति बतलाओ ।
अपने किये हुए कर्मोका फल कब भोगना पड़ता हैं ? प्रदेशबन्ध किसे कहते हैं ?
'फल दे चुकनेके बाद कर्मोका क्या होता है ? पाप प्रकृतियां कितनी हैं ? गिनाओ ।
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