________________
Jain Education International
अंक
७५ पृष्ठ । ५-८ ९-१४ १५-२१ २२-२८
ई० सन् १९६८ १९६८ १९६८ १९६८
११
M
११
For Private & Personal Use Only
श्रमण : अतीत के झरोखे में लेख
लेखक महाराष्ट्री प्राकृत
पं० बेचरदास दोशी अहिंसा के इतिहास में निरामिषता
श्री गणेशमुनि शास्त्री
१९ आचार्य कुन्दकुन्द और उनका साहित्य डॉ० बशिष्ठ नारायण सिन्हा अभयकुमारश्रेणिकरास
डॉ० सनत्कुमार रंगाटिया भारतीय विश्वविद्यालयों में जैन साहित्य और संस्कृति विषयक शोध कार्य
डॉ० गोकुलचन्द जैन ___ १९ वास्तविक्तावाद और जैनदर्शन
मुनि श्री महेन्द्र कुमार 'द्वितीय' जैनधर्म की प्राचीनता
श्री शांतिलाल मांडलिक श्री जय भिक्खू के ग्रन्थों का हिन्दी अनुवाद श्री कस्तूरमल बांठिया ग्वालियर के तोमरवंशीय राजा
.. डॉ० राजाराम जैन जैन वाङ्गमय में आयुर्वेद
श्रीरंजन सूरिदेव Progress of Prakrit &Jain Studies Dr. Nath Mal Tatia आचार्य सिद्धसेन दिवाकर की साहित्य साधना श्री देवेन्द्रमुनि शास्त्री
२० मुनिमेषकुमार-रचित किरातमहाकाव्य की अवचूरि श्री अगरचन्द नाहटा जैन महाकवि पं० बनारसीदास का रहस्यवाद श्री गणेश प्रसाद जैन
२० महाकवि रत्नाकर के कतिपय अध्यात्मगीत पं० के० भुजबलि शास्त्री Compendia of Dịșțivāda
Dr. M.L. Mehta
२० भगवान् महावीर के जीवनचरित्र
श्री कस्तूरमल बांठिया
२०
M ~ ~ ~ r r r r rm
१९६८ १९६८ १९६८ १९६८ १९६८ १९६८ १९६८ १९६८ १९६८ १९६८ १९६८ १९६८ १९६९
२९-३८ ५-१७ १८-२४ २५-३४ ६-१३ १४-२२ २४-३५ ५-१४ १५-१७ १८-२२ २३-२५ २६-२८ ५-२२
www.jainelibrary.org