SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 19
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ समकोण हाथ की तरह चमसाकार हाथ में भी जन्म तिथि में (7) जोड़कर इनके जीवन में उन्नति के अवसर बताये जा सकते हैं। ऐसे व्यक्ति पहले नौकरी और बाद में अपना स्वतन्त्र व्यापार करते हैं। व्यापार में इनकी रूचि खेती या खाने आदि के काम में होती है। ये हाथ बिना भाग्य रेखा के भी वैसा ही फल देते हैं जैसा कि भाग्य रेखा होने पर । चमसाकार हाथ में मोटी उंगलियों पर व्यक्ति को अचानक धन मिलने की सम्भावना होती है। ऐसे व्यक्तियों को अपने किसी मकान में धन गढ़ा होने की आशंका होती है। मोटी उंगलियां होने पर यदि अन्तर्ज्ञान रेखा हो तथा सूर्य और शनि की उंगलियां बराबर हों तो ऐसे व्यक्ति चरस, लाटरी, जुए आदि में रूचि रखते हैं, परन्तु सफलता कम मिलती है। पतली उंगलियां होने पर इस तरह का शौक नहीं होता, परन्तु एक बार जीवन में ऐसा करते हैं और सफलता मिलती है। चमसाकार हाथ वाले व्यक्तियों के परिवार में एक साथ तीन व्यक्ति उन्नति करते हैं। समकोण हाथ की तरह इनका प्रभाव अपने साथी, पड़ोसी, मित्रों आदि पर भी पड़ता है। दार्शनिक हाथ इस हाथ की लम्बाई अधिक होती है। ऐसे हाथ अन्य सब हाथों से विशेष लम्बे और उंगलियों की गांठें उन्नत और निकली हुई होती हैं और नाखून भी लम्बे होते हैं। ऐसे हाथ के व्यक्ति विचारक होते हैं। उनमें बुद्धि और ज्ञान का महत्व धन से अधिक होता है। धन की परवाह न करके ये लोग विचार प्रधान या मानसिक विकास सम्बन्धी कार्यों में विशेष रूचि लेते हैं। उन लोगों से जो केवल धन अर्जित करने में संलग्न रहते हैं, इनका मार्ग अलग होता है | चाहे उन्हें कठिनाइयां सहनी पड़ें, परन्तु ये विचार प्रधान बौद्धिक गवेषणा में ही लिप्त Jain Education International ((12) 18 Ale (चित्र - 2) For Private & Personal Use Only ("() www.jainelibrary.org
SR No.001758
Book TitleVruhad Hast Rekha Shastra
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRajesh Anand
PublisherGold Books Delhi
Publication Year
Total Pages274
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Jyotish, L000, & L025
File Size16 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy