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________________ आचार्य लवजीऋषि और उनकी परम्परा २१७ ग्राम में हुआ। । आपके पिता का नाम रामगोपाल जैन तथा माता का नाम श्रीमती अनारकली देवी है । वि० सं० २०३६ (ई०सन् १८ जनवरी १९७९) में सोनीपत मंडी (हरियाणा) में आप दीक्षित हुये। मुनि श्री राकेशमुनिजी आपका जन्म सोनीपत मंडी में श्री बनवारीलाल जैन के यहाँ वि० सं० २०१७ (ई०सन् १० जुलाई १९६०) में हुआ। आपकी माता का नाम श्रीमती चन्द्रावती देवी है। आपकी दीक्षा वि०सं० २०३६ (ई० सन् १८ जनवरी १९७९) में सोनीपत मंडी में हुई। मुनि श्री अखेरामजी आपका जन्म वि० सं० १९१६ फाल्गुन शुक्ला चतुर्दशी को बड़ौदा (हरियाणा) में हुआ। आपके पिता का नाम चौधरी बखतौर सिंह तथा माता का नाम श्रीमती धनकुंवर था। आप मनि श्री मायारामजी के बचपन के मित्र थे । आपने गृहस्थ जीवन छोड़कर मुनि श्री मायारामजी के पास 'अनाम मुनि' के नाम से दीक्षा ग्रहण की थी। आपकी दीक्षा-तिथि क्या थी? ज्ञात नहीं होता । अनाम मुनि से तात्पर्य किसी गुप्त मुनि से है । आपके स्वर्गवास की तिथि भी ज्ञात नहीं होती। मुनि श्री वृद्धिचन्दजी की शिष्य परम्परा मुनि श्रीकंवरसेनजी आप मुनि श्री वृद्धिचन्दजी के अग्रज थे । पत्नी के स्वर्गस्थ हो जाने पर आपने दीक्षा ग्रहण कर ली । वि० सं० १९६७ में आपकी दीक्षा हुई । ३० वर्ष तक संयमपर्याय का पालन किया । वि०सं० १९९७ फाल्गुन मास में आपका स्वर्गवास हो गया। मुनि श्री मामचन्दजी. आपका जन्म पंजाब के साढोरा ग्राम के गुर्जरवंश में हुआ। दीक्षा वि०सं० १९६७ आषाढ़ शुक्ला दशमी को हुई । इसके अतिरिक्त आपके विषय में कोई जानकारी नहीं मिलती है। पंजाबकेसरी मुनि श्री प्रेमचन्दजी. आपका जन्म वि०सं० १९५७ में नरुवाल (नाहन) में हुआ। वि० सं० १९७६ में १९ वर्ष की अवस्था में आपने मुनि श्री वृद्धिचन्दजी से दीक्षा ग्रहण की। आपके पिता का नाम श्री गेंदामलजी और माता का नाम श्रीमती साहिबदेवी था। आपको लोग पंजाबकेसरी के नाम भी सम्बोधित करते थे। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात आपके विहार स्थल रहे हैं। समाज से कुव्यसनों को Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001740
Book TitleSthanakvasi Jain Parampara ka Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSagarmal Jain, Vijay Kumar
PublisherParshwanath Vidyapith
Publication Year2003
Total Pages616
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & religion
File Size10 MB
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