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हिन्दी अनुवाद-अ.२, पा.४
१८३ न्यसेणिमणुमौ ॥ १५६ ॥
___नि (उपसर्ग) पीछे होनेवाले अस्यति धातुको णिम, गुम ऐसे आदेश होते हैं। उदा.-णिमइ । णुमइ ॥ १५६ ॥ प्रहेणिरुवारगेण्हबलहरपग्गाहिंपच्चुआः ।। १५७ ॥
_ 'ग्रह उपादाने' से ग्रह् ध तुको णिस्वार, गेह, बल, हर, पग्ग, महिपच्चुअ ऐसे छः आदेश होते हैं। उदा.-णिरुवाग्इ। गेहइ । बलइ । इरइ । परगइ । अहिपच्चुअइ ॥ १५७ ॥
- द्वितीय अध्याय चतुर्थ पाद समाप्त -
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