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प्रवचन-सारोद्धार
१६७
-विवेचन
२४ जिन के अवधिज्ञानियों की संख्या
९,०००
१३. १४.
९,४००
९,००० ८,००० ८,४०० ७,२०० ६,००० ५,४००
९,६०० ९,८०० ११,००० १०,०००
४,८०० ४,३०० ३,६०० ३,००० २,५०० २,६००
१६.
२,२०० १,८०० १,६०० १,५०० १,४०० १,३००
२०. २१. २२. २३. २४.
अवधिज्ञानी मुनियों की कुल संख्या १,३३,४०० है ॥ ३४८-३५० ॥
२१ द्वार:
केवलज्ञानी-संख्या
वीससहस्सा उसहे वीसं बावीस अहव अजियस्स। पन्नरस चउदस तेरस बारस एक्कारस दसेव ॥ ३५१ ॥ अद्धट्ठम सत्तेव य छस्सट्टा छच्च पंच सट्टा य। पंचेव अद्धपंचम चउसहस्सा तिन्नि य सया य ॥ ३५२ ॥ बत्तीससया अहवा बावीस सया व हुंति कुंथुस्स। अट्ठावीसं बावीस तहय अट्ठारस सयाइं ॥ ३५३ ॥ सोलस पनरस दससय सत्तेव सया हवंति वीरस्स। एयं केवलिमाणं।
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