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5.
मउड
6.
ཟླ ༈ སྠ ། ལྒ ལྐ ཐ ཀྐཱ སྠཽ སྠཽ ཎྜ ཐ ཟླ
ण
भग्गु
4. विट्टि
गिरि-मन्दद
लङ्काउरि
पट्ट मन्दोयरि
། ལྐ ཞཱ ཝ ཝཱ
तुट्टु
तुट्टु
तारायण
हियज
रग
भिण्णु
मिण्णु
गयणङ्गणु
चक्कु
ण
तुक्कु
दुक्कु
एक्कन्तरु
आउ
रण
खुट्ट
खुट्ट
रयणायक
अपभ्रंश काव्य सौरभ ]
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( मउड) 1 / 1
अव्यय
( भग्ग ) भूकृ 1 / 1 अनि
( भग्ग ) भूकृ 1 / 1 अनि
[ ( गिरि) - ( मन्दर) 1 / 1]
(fafg) 1/1
अव्यय
( णट्ट) भूकृ 1 / 1 अनि
( g ) भूकृ 1 / 1 अनि
( लङ्काउरी ) 1/1 (वाया) 1 / 1
अव्यय
(ण) भूकृ 1/1 अनि
(g) भूकृ 1 / 1 अनि ( मन्दोयरी ) 1/1
( चक्क ) 1/1
अव्यय
( ढुक्क ) भूकृ 1 1 1 अनि
(ढुक्क) भूक 1 / 1 अनि
[ ( एक्क) + ( अन्तरु ) ] एक्क (एक्क) 1/1
अन्तर (अन्तर) 1 / 1
(आउ ) 1/1
अव्यय
(खुट्ट) भूकृ 1 / 1 अनि (खुट्ट) भूक 1 / 1 अनि
( रयणायर) 1/1
मुकुट
नहीं
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टुकड़े-टुकड़े किया गया टुकड़े-टुकड़े कर दिया गया सुमेरु पर्वत
( हार ) 1 / 1
अव्यय
( तुट्ट) भूकृ 1 / 1 अनि
( तुट्ट) भूकृ 1 / 1 अनि
[ (तारा) - ( अणयण) 1 / 1]
( हियअ ) 1/1
अव्यय
( भिण्ण) भूकृ 1 / 1 अनि
( भिण्ण) भूकृ 1 / 1 अनि
भंग कर दिया गया
[ ( गयण) + (अङ्गणु) ] [ ( गयण ) - (अङ्गण) 1 / 1] प्रकाश प्रवेश
विचार पद्धति
नहीं
समाप्त हुई
समाप्त हो गई
लंकापुरी
वाणी
नहीं
नष्ट हुई
नष्ट हो गई
मन्दोदरी
हार
नहीं
टूटा
टूट गए
तारागण
हृदय
नहीं
भंग किया गया
चक
नहीं
या (पहुँचा
आ पहुँची
एक,
परिवर्तित दशा
आयु
नहीं
क्षीण हुई क्षोण हो गया
सायर
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