SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 150
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ 2 गम्पिणु। मेह-विन्दे आलग्गउ तडि-करवाल-पहारेहिं [गम+एप्पिणु =गमेप्पिणु-→गम्पिणु] संकृ जाकर [(मेह)-(विन्द)2 7/1] मेघ-समूह को (आलग्ग→आलग्गअ) भूकृ 1/1 अनि 'अ' स्वा. चिपक गई [(तडि)-(करवाल)-(पहार) 3/2] बिजलीरूपी तलवार के प्रहारों भग्गउ (भग्गअ) भूकृ 1/1 अनि 'अ' स्वाथिक छिन्न-भिन्न कर दी गई 3. जं विवरम्मुह चलिउ विसालउ उट्टि जब विमुख (विपरीत मुख) को चली भयंकर अव्यय (विवरम्मुह) 2/1 वि (चल→चलिअ) भूक 1/1 (विसाल अ) 1/1 वि 'अ' स्वा. (उट्ठ) भूक 1/1 (हण) विधि 1/1 सक (भण→भणन्त) व 1/1 (उण्ह+आल:-उण्हाल→उण्हालअ) 1/1 वि 'अ' स्वाथिक उठी भणन्तु मारो कहती हुई उष्ण/ग्रीष्म ऋतु उण्हालउ 4. धग-धग-धग-धगन्तु (धग-धग-धग-धग) वकृ 1/1 (उद्धाइअ) भूक 1/1 अनि (हस हस हस हस) वकृ 1/1 (संपाइअ) भूकृ 1/1 अनि खब (धग-धग) जलती हई ऊंची दौड़ो (उठी) उत्तेजित होती हुई प्रवृत्त हुई हस-हस-हस-हसन्तु संपाइउ 5. जल जल जल जल जन (जल जल जल जल जल) व 3/1 अक तेजी से जलती है (जली) पचलन्तउ (प-चल→पचलन्त-→पचलन्तअ) वकृ 1/1 . चलती हुई (कूच करती हुई) 'अ' स्वार्थिक जालावलि फुलिङ्ग [(जाला)+ (आवलि)+(फुलिङ्ग)] लपट की, शृंखला से, चिगा[(जाला)-(आवलि)-(फुलिङ्ग)2/2] रियों को मेल्लन्तउ (मेल्ल→मेल्लन्त→मेल्लन्तअ) वकृ 1/1 'अ' स्वा. छोड़ते हुए धूम को, श्रृंखला के, ध्वजदण्डों को, ऊंचा करके 6. धूमावलि-धयबण्डा प्पिणु [(धूम)+ (आवलि)+ (धय)+ (दण्ड)+ (उन्भेप्पिण)] [(धूम)-(आवलि)-(धय)- (दण्ड)-(उन्म+एप्पिणु) संकृ] वर-पाउल्लि-खन्यु (वर) वि-(वाउल्लि)-(खग्ग) 2/1] कड्ढेप्पिण (कड्ड+एप्पिणु) संक श्रेष्ठ, तूफानरूपी, तलवार को खींचकर 1. देखें पृष्ठ 31, 27.14.9, पाद टिप्पणी। 2. कभी-कभी द्वितीया विभक्ति के स्थान पर सप्तमी विभक्ति का प्रयोग पाया जाता है । (हेम प्राकृत व्याकरण 3-137)। अपभ्रंश काव्य सौरम ] [ 37 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001710
Book TitleApbhramsa Kavya Saurabh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKamalchand Sogani
PublisherApbhramsa Sahitya Academy
Publication Year1992
Total Pages358
LanguageApbhramsa, Hindi
ClassificationBook_Devnagari, Literature, L000, & L040
File Size13 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy