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११६. (१) आवश्यकचूर्णि I, पृ० ५६३-५.
(२) निशीथसूत्रभाष्य, ४४६३ एफएफ (३) आचारांगचूर्णि, पृ० ४९. (४) आचारांग वृत्ति - शीलांक, पृ० १००. (५) दशवैकालिकचूर्णि, पृ० १०३.
(६) निशीथसूत्रचूर्णि ४, , पृ० १००. ११७. (१) आवश्यकचूर्णि I, पृ० ५२०-२१.
(२) आचारांगचूर्णि, पृ० ४९. (३) विशेषावश्यकभाष्य ३५७५. (४) जीवाजीवाभिगम ८९. (५) वही, वृत्ति - मलयगिरि, पृ० १२१. (६) आचारांगवृत्ति - शीलांक, पृ० १००. (७) सूत्रकृतांगवृत्ति - शीलांक, पृ० १७०. (८) वही, चूर्णि, पृ० २०९.
(९) भक्तिपरिज्ञा, १५३. ११८. (१) नन्दी सूत्र ५.२५.
(२) वही, वृत्ति - मलयगिरि, पृ० ४९. (३) कल्पसूत्र ६-७ (स्थविरावली)
(४) आवश्यकनियुक्ति १२७८. ११९. (१) ज्ञाताधर्मकया, १७-३१.
(२) विपाकसूत्र, ३३. (३) वही, वृत्ति - अभयदेव, पृ० ९०. (४) अनुत्तरौपपातिक सूत्र. (५) अन्तकृहशांग I, ६. (६) आवश्यक, पृ० २७. (७) वही, चूर्णि I, पृ० २५८०, ३५८. (८) कल्पसूत्रवृत्ति - विनय विजय, पृ० ३१ एफएफ.
(९) वही, वृत्ति - धर्मसागरसूरि, पृ० ३०. १२०. (१) उत्तराध्ययन चूर्णि, पृ० ३१.
(२) वही, वृत्ति - शान्तिसूरि, पृ० ५०. (३) उत्तराध्ययनवृत्ति, कमलसंयम, पृ० १०-१२.
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