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________________ पृष्ठांक ०० হা অর্থ पृष्ठांक शब्द . अर्थ किमवि-कुछ भी६६, १६५ कुंडलय ३२७. किमिहं-क्या इधर ६६ कुंथु २५४ किया-क्रिया ५६, ८६, ११४, ३२८ कुंपल कलिका ७१,८७, १८७ किरि (चू० पै०) गिरि-पर्वत ३६ कुंभगार-कुम्हार १०४ कुक्कुर (सं०) कुत्ता . १३२ किरि-सूअर ५२ कुक्ति २८० किरितट (चू० पै०) गिरितट ३५ किरिया=क्रिया-प्रवृति कुङ्कण (सं०) कोकण देश १२७. ८६, ११७ कुग्छि-कोख-पेट ६४, २८० किलमंत-क्लम-खेद पाता हुआ ७३ किलम्मइ खेद पाता है कुच्छी %3D , . ७३ कुच्छेअय-तलवार किलालव किलालवा कुज्ज'कुब्ज' नाम का फूल-शत- - पत्रिका का.फूल किलिह-क्लेश पाया हुआ ७३ कुज्झ (धा.) १५६ किलिन्न-गिला ७३, ३२८ कुटुंब (पै०)कुटुंब किलेस-क्लेश कुटुमल ( पालि )-कलिका . ७१ किवा ३२८ कुडी कुटी-कोठरी किसरा ३२८ कुडुब-कुटुंब-परिवार ३६ किसल=किसलय-नूतन अंकुर कुडुबि-कुटुंब वाला २५५ किसलय%3 ॥ ५५ कुडुमल (पालि ) कलिका. किसा-कृश-दुर्बल स्त्री २७ कुड्ड-भीत ५८ किसाणु कुढार-कुठार कीड ( धा०) २०२ कुळ (पै०)=कुल ४२ कील ___२०२, ३२४ कुण् (धा०) कीलइ-खेल करता है-क्रीडा कुतुक ( सं०) कौतुक १२७. करता है ३६ कुतुंब (पै०) कुटुंब-परिवार ३६ कुऊहल-कुतूहल २५ कुतो कहाँ से १२८ २५३ १५६ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001702
Book TitlePrakritmargopadeshika
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBechardas Doshi
PublisherMotilal Banarasidas
Publication Year1968
Total Pages508
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Grammar
File Size16 MB
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