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________________ शब्द 'कमल= कमल -कम्भार= कश्मीर देश अर्थ कम्म कम्मवीअ कम्भारी (सं० ) = शीवण नाम का पेड़-मधुपर्णिका १३४ १८८१, २६६ २०१ ६० पृष्ठांक ४१, ४२, ८२ ८० कम्मस= कल्मष - पाप 'कम्हार = कश्मीर देश २३, ७२,८० कयंध = रुड - मस्तक रहित देह कयंत्र = कदंब का वृक्ष कय= किया हुआ कयग्गह = कचग्रह- बालों का पकड़ना कयर कयली = केला का गाछ कयविककय ( १५ ) कयण = व्याकुलता कयण्णु = कृतज्ञ - किये हुए उपकार को जानने वाला Jain Education International ૪૨ ४७, २१३ ३७, ११६ ४८ कया -काज -कय्य (शौ० ) = कार्य --- करणिज्ज करणीय-करने योग्य करणीअकरणीय-करने योग्य ५० करम्ब= दही और भात का बना हुआ खाने का पदार्थ .कररूह = नख १८, २५४ १६६ ८२, ३१५ ૨૦૨ ३५७ ६६ ५१ ५१ १२६ ६० शब्द अर्थ करली = केला का गाछ करिस् (धा० ) करे जहि ( क्रि० ) = तू कर करेणु हथिनी पृष्ठांक ४८ १४० ६६ ८८, २५४ १४०, १५८ ४२ कलअ = काला - श्याम २० कलज्ञ (सं० ) = कला का ज्ञाता : १२६ कलत्र (सं० ) = स्त्री १२८ कलंब= कदंब का वृक्ष ४६, ६८, २२६ १७५ ३१४ ५२ ६६ १२८ ३६३ ७३ ४६ कर (घा० ) कल ( मा० ) = कर - हाथ कलह कलिआ कलुग=करुण कलेय्यहि ( मा० क्रि० ) = तू कर कलेवर = कलेवर - शरीर कल्लं कल्हार = सफेद कमल कट्टि = कदर्थित पीड़ित कवट्टिअ= कबड्ड=बड़ी कौड़ी कवल (अप०) = कमल कवाट (सं० ) = कपाट कवाल = कपाल - भाल प्रदेश कवि "" कविल= कपिल - भूरा रंग कव्वकाव्य कस For Private & Personal Use Only ७७ ७८, २८० ४१ १२६ ४० २५४ ४० ६० २५.६ www.jainelibrary.org
SR No.001702
Book TitlePrakritmargopadeshika
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBechardas Doshi
PublisherMotilal Banarasidas
Publication Year1968
Total Pages508
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari & Grammar
File Size16 MB
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