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कोह
दोस
राग
( १८३ ) चम्मार (चर्मकार ) = चमार । हव्ववाह ( हव्यवाह ) = हव्यवाह, अग्नि ।
(क्रोध ) = क्रोध । लोह (लोभ )= लोभ । दोस ( द्वेष ) = द्वेष ।
( दोष ) = दोष । ( राग ) = राग, आसक्ति ।
धातु (क्रियापद) घड् ( घट्)= घड़ना, गढ़ना, बनाना ।
(जहा) = छोड़ना, त्यागना । जागर (जागर) = जागना ।
(भक्ष ) = भक्षण करना, खाना। जाय (जाय ) = जन्म होना, पैदा होना। परि+कम् ( परिक्रम् ) परिक्रमण करना, प्रदक्षिणा करना,
. चारों तरफ घूमना । इच्छ (इच्छ ) = इच्छा करना । रक्ख ( रक्ष ): रक्षा करना, पालना। वह, (वह) = वपन करना, बोना ।
जहा
भक्ख
विशेषण लंब ( लम्ब) = लम्बा। बज्झ ( बाह्य ) = बाहर का । लण्ह ( श्लक्ष्ण) = छोटा।
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