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क्रम सं
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खटेड
दूगड़
लाडनू
| करेड़ा
सुजा
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906
दीक्षा क्रम साध्वी-नाम जन्मसंवत् स्थान | पिता-नाम गोत्र | दीक्षा संवत् तिथि | दीक्षा स्थान | विशेष-विवरण श्री मानांजी बीकानेर
1914 मा. कृ.।
स्वर्गवास संवत् 1952 राजलदेसर श्री कुन्नणांजी | रतनगढ़
1914 शेषकाल
तप-एक पचोला, स्वर्गवास संवत् 1941 I श्री सिरेकंवरजी | बीकानेर
कोठारी | 1914 शेषकाल | लाडनूं श्री कुन्नणां जी की पुत्री थीं,
सवत् 1922 सुजानगढ़ में दिवंगत Joश्री सेरांजी देशनोक कातेला 1915 श्रा. शु. 12 लाडनू समाधिपूर्वक स्वर्गस्थ श्री चूनांजी चूरू
हुड़मलजी डागा | 1915 भा. कृ.5 लाडन संवत् 1967 लाडनूं में पंडितमरण श्री बखतावरजी | लाडनूं
रामलालजी दूगड़ | 1915 म. कृ. 5 लाडनूं संवत् 1921 पाली में दिवंगत श्री साकरजी *देराड्या 1915
गण से पृथक् Dश्री तीजांजी सुजानगढ़ गिड़िया 1916 भा. शु. 13 सुजानगढ़ तप-23 उपवास 2 बेले,1 पंचोला,
संवत् 1948 के बाद दिवंगत |श्री रतनकंवरजी | पीपाड़
चौधरी 1916 फा. -
सानंद साधना संपन्न की श्री बखतावरजी | लाछूडा (मेवाड़)| दुलीचंदजी 1916 आषा. शु. 9
अग्रणी,तप-2 चोले,स्वहस्त से 3 दीक्षाएं चोरडिया
की,संवत् 1963 चाड़वास में दिवंगत श्री रत्नांजी मेड़ता
कोठारी 1916 आषा. भा.10 | पीपाड़ संवत् 1917 जोबनेर में स्वर्ग-प्रस्थान | श्री रायकंवरजी | चितामा
मांडोत | 1916 आषा. कृ.11
प्रभावसंपन्ना,6 बहनों को दीक्षा दी,उपवास से 13 तक की लड़ी (दस के सिवा)
संवत् 1972 चाड़वास में स्वर्गस्थ श्री सिरेकंवरजी | फलौदी
1917 म. कृ. 12
संवत् 1937 में दिवंगत Inश्री मोतांजी बीदासर सेखानी | 1917 म. कृ. 4 बीदासर संवत् 1922 पाली में दिवंगत loश्री चम्पाजी पोटला डाकलिया | 1917 चै. शु. 8
तप-मासखमण, 11 उपवास,
स्वर्गवास संवत् 1952 'पुर' में श्री किस्तूरांजी | पोटला
बाबेल 1917 चै. शु. 8
अग्रणी, तीन बहनों को दीक्षा दी,
संवत् 1962'सिसोदा' में स्वर्गस्थ 650श्री भूरांजी सोनारी पोरवाल 1917 आषा. कृ.4
सजोड़े दीक्षा,संवत् 1969'राजलदेसर' में स्वर्ग-प्रस्थान
जैन श्रमणियों का बृहद इतिहास
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