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दीक्षा क्रम साध्वी-नाम
0 श्री साकरजी
| श्री नोजांजी 330 श्री मगदूजी
तेरापंथ परम्परा की श्रमणियाँ
ताल
श्री नानूजी श्री चूनांजी
350
गोलेछा
D श्री जडावांजी
श्री सरूपांजी 10 श्री सेरांजी
905
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| जन्मसंवत् स्थान | पिता-नाम गोत्र | दीक्षा संवत् तिथि | दीक्षा स्थान | विशेष-विवरण ताल
पीथोजी मेड 1912 ज्ये. कृ. 10 ताल तप-चौला, स्वर्गवास संवत् 1930 ताल खींवसीजी चावत | 1912 ज्ये. कृ. 10 ताल
तप-4,5,7 स्वर्गवास संवत् 1932 दलाल 1912 ज्ये. कृ. 10 ताल आप द्वारा निर्मित एक चित्र संवत् 1916 का
जिसमें स्वस्तिक व अष्टमंगल है। संवत्
1918 बीदासर में दिवंगत फलौदी नाहर
1912 आषा. शु.9 | फलौदी स्वर्गवास संवत् प्राप्त नहीं। फलौदी 1913 का. शु. 11 पाली तप-7,8,16,21 संवत् 1917 जयपुर में
पंडितमरण फलौदी |गोलेछा
1913 का. शु. 11 |पाली स्वर्गवास संवत् ज्ञात नहीं सिरियारी बैद मुंहता 1913 मृ. - | राणावास
तप-5,10 उपवास ,संवत् 1926 में स्वर्गस्थ | हरसोर कंटालिया 1913 मृ. शु.9 खेरवा उपवास से अठाई तक तप, संवत् 1916
बीदासर में आराधक पद रतनगढ़ |किशोरचंदजी सिंघी| 1913 मा. कृ.6 |चरपटिया | संवत् 1939 में दिवंगत लावा रत्नजी चींपड़ | 1913 वै. -
तप-15,15, 18, संवत् 1923 में 25 दिन
की संलेखना सह पंडितमरण पचपदरा मांडोत 1913 आषा. शु.3
उपवास से 17 दिन का लड़ीबद्ध तप,
स्वर्गवास संवत् उपलब्ध नहीं। आमेट सुराणा
1913 मृ. कृ.1 आमेट संवत् 1942 में दिवंगत जयपुर वैद 1913 मा. शु. 2 जयपुर सैंकड़ों उपवास बेले तेले तथा नौ तक तप
कई बार, 15 का तप,संवत् 1944 में स्वर्गस्थ मांडा शिवजी भंडारी 1914 भा. शु. 10 बीदासर मुनि छजमलजी की बहन,
संवत् 1931 बीदासर में स्वर्गस्थ मांडा गांधी
1914 भा. शु. 10 बीदासर बहुत तपस्या की, संवत् 1946 में स्वर्गस्थ बालोतरा पुंवार | 1914 म. कृ.7 -
संवत् 1936 में स्वर्गस्थ जसरासर सरावगी 1914 म. कृ. 12
लाडनूं
स्वर्गवास संवत् 1947
श्री भामांजी 10 श्री राजांजी
2 श्री सुवटांजी
| श्री जीवूजी
श्री लिछमांजी
a श्री कुन्नणांजी
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0 श्री उमेदांजी 10 श्री जेतांजी 10 श्री मृगांजी