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क्रम सं दीक्षा क्रम
12.
13.
14.
15.
16.
17.
18.
2 2 2 2 2 2
19.
20.
21.
22.
23. 24.
25.
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29.
12
13
456
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2 2 2 2 2 2
19
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31
साध्वी - नाम D श्री चंदूजी
O
O
श्री कंकूजी
श्री सवांजी
श्री चन्नणांजी
श्री चन्नणांजी
श्री नंदूजी
1 श्री रायकंवरजी
॥ श्री रुकमांजी
श्री गेगांजी
श्री सिणगारांजी
श्री जीवजी श्री मोतांजी
श्री पन्नांजी
श्री पद्मांजी
श्री छोटांजी
O श्री सेराजी
श्री ऋद्धजी
श्री किस्तूरांजी
जन्मसंवत् स्थान
*पदराड़ा
आहेड़
* खाचरोद
मोही
नाथद्वारा
* गंगापुर
1870 मांढा
* बीदासर
*बाजोली
डीडवाणा
लाडनूं
बीदासर
बीदासर
* चूरू
* चूरू
* सुजानगढ़
सुजानगढ़
भगू
पिता - नाम गोत्र
नंदावत
चपलोत
संकलेचा
भोपाशाह
ओसवाल
सुराणा
खड़
बैंगनी
चोरड़िया
ओसवाल
ओसवाल
ओसवाल
कठोतिया
सुराणा
दीक्षा संवत् स्थान
1882 या 83
1883 चै.. 10
1884
1884 फा. कृ. 5
1884 फा. कृ. 5
1884-86 के मध्य
1886
1886
1887 मृ.कृ. 1
1887 मृ.शु. 3
1887 वै.शु.11 (द्वि).
1887
स्वर्गवास
उदयपुर
पुर
कोठारिया
1886
लाडनूं
बीदासर
बीदासर
1887
1887
1888
1888
1888 मृ.कृ. 5 लाडनूं
विशेष- विवरण
ऋषिराय युग में दिवंगत
अग्रणी, सरल, नम्र, व्यवहार कुज़ल, संवत् 1934 चांदारुण में स्वर्गवास
1887 डीडवाना में स्वर्गस्थ
सवत् 1909 में गण से पृथक् तपस्विनी, विनयवान, संवत् 1922-25
के मध्य दिवंगत
ऋषिराय
- संयम में जागरूक, व्याख्यानी, संवत् 1902 चरपटिया में दिवंगत
संवत् 1900 बाजोली में स्वर्गस्थ
संवत् 1908 में दिवंगत
संवत् 1930 में पंडित मरण धर्मप्रभाविका, संवत् 1930 में दिवंगत संवत् 1920 'सुजानगढ़' में पंडित मरण अग्रणी, स्वहस्त से 5 दीक्षाएं दी, 1 से 13 तक की लड़ीबद्ध तपस्या, सवत् 1959 में दिवंगत
संवत् 1923 'राजनगर' में स्वर्गस्थ
संवत् 1903 में दिवंगत
संवत् 1891 ‘रीछेड़' में स्वर्गस्थ सरल, सेवार्थिनी, सं 1909 पाली में दिवंगत
संवत् 1927 में पंडित मरण
युग
में दिवंगत
तेरापंथ परम्परा की श्रमणियाँ