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(ख) साधुमार्गी संघ की अवशिष्ट श्रमणियाँ (सं. 1964-2058)562
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क्रम
साध्वी नाम
|श्री तेजकंवरजी
श्री सुगनकंवरजी
जन्म संवत् स्थान | पिता का नाम गोत्र | दीक्षा संवत् तिथि दीक्षा स्थान -जावरा
बालचंदजी छाजेड़ | - ब्यावर
गुलाबचंदजी मकाणा | 1964 म. कृ. 6
स्थानकवासी परम्परा की श्रमणियाँ
श्री जीवनाजी श्री गट्टकंवरजी
-बीकानेर -अरनोद
हमीरमलजी पारख भागीरथजी डांगी
०
| 1976 म. शु. 13
1981 मा. शु.5
रतलाम
| |
चुरू
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००००००००००
संपतकंवरजी श्री सूरजकंवरजी श्री मोहनकंवरजी श्री छोटांकंवरजी | श्री सुगनकंवरजी श्री सिरेकवरजी श्री मानकंवरजी श्री छगनकंवरजी श्री वल्लभकंवरजी श्री टीपूकंवरजी श्री रसालकंवरजी श्री पानकंवरजी श्री मनोहरकंवरजी
रतलाम 1958 दासोड़ी 1969 देशनोक -भिणाय -झड़ाऊ -सोजत -अलाय -नागेलाव
-जावरा | -डूंगला
- भिणाय 1980 उदयपुर 1982 उदयपुर
रिखबचंदजी शिशोदिया | 1982 चै. शु.
आज्ञारामजी संचेती | 1984 म. कृ. 7 मोहनलालजी गोलेछा | 1984 मृ.कृ.7 मूलचंदजी लोढ़ा 1984 सिद्धकरणजी तातेड़ | 1984 फा. कृ.9 पूनमचंदजी श्रीश्रीमाल | 1984 मघराजजी बैद राजमलजी खिंवेसरा रूपचंदजी खिमेसरा | 1987 पौ. शु. 2 धनराजजी बंब 1988 मा. शु. 5 मूलचंदजी लोढ़ा 1989 चै, कृ. 3 गेंगराजजी हींगड़ | 1991 चै. शु. 13 गेंगराजजी हींगड़ 1991 चै. शु. 13
| विशेष विवरण
सं. 2032 जावरा में स्वर्गवास मरूधरा सिंहनी थीं, सं. 2034 श्रा. शु. 15 ब्यावर में स्वर्गस्थ सं. 2034 बीकानेर में स्वर्ग। वीरवाल संघ के संस्थापक मुनि समीरमलजी की माताजी सं. 2032 कानोड़ में स्वर्ग.। विदुषी, उत्कृष्ट सेवाभावी अनुशासनप्रिय, मधुर व्याख्यात्री, भीनासर में 2040 स्वर्ग मृदुभाषी, भद्रिक, सं. 2041 भीनासर में स्वर्ग. सं. 2034 ब्यावर में स्वर्गस्थ सं. 2032 बीकानेर में स्वर्गस्थ बीकानेर में स्थिरवास भीनासर में स्वर्गस्थ उदयपुर में सं. 2029 में स्वर्गवास सेवाभाविनी, शासनप्रभाविका, मंदसौर में स्थिरवास मधुरव्याख्यानी, तेजस्वी, : 2038 ब्यावर में स्वर्ग. ब्यावर में स्वर्गस्थ विदुषी शासन प्रभाविका शास्त्रज्ञा, ओजस्वी वक्त्री, महान शासन प्रभविका सं. 2039 सुवासरामंडी (म. प्र.) में स्वर्गस्था सुदूर विहारिणी, शासनप्रभाविका, मधुरभाषिणी ब्यावर में स्थिरवास। बोल स्तोक की ज्ञाता, कथाओं की भंडार. मर्मस्पशी, मारवाड़ी व्याख्यान, सं. 2041 भीनासर में स्वर्गस्था। नोखामंडी में स्थिरवासा पति चौथमलजी कोठारी के साथ दीक्षा, सरलमना, स्वाध्याय प्रिय, शासन समर्पित महातपस्विनी साध्वी थीं, बीकानेर में स्वर्गवासिनी हुईं।
निसलपुर बड़ीसादड़ी किसनगढ़ भीण्डर भीण्डर
A
18.0श्री गुलाबकंवरजी
-खाचरोद
प्यारचंदजी मेहता
| 1992 वै. कृ. 6
खाचरोद
|श्री प्यारकंवरजी
| 1967 अलाय
| किशनलाल सखलेचा | 1995 वै. शु. 3
|
गोगालाव
20.0/ श्री केशरकंवरजी 21.0/ श्री राजकंवरजी
- सुरपुरा |-बीकानेर
शिवदासजी डागा |1995 ज्ये. शु. 4 | बीकानेर मुन्नीलालजी दस्साणी | 1996 आसा. शु. 3 | बीकानेर
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562. मुनि श्री धर्मेश, साधुमार्गी की पावन सरिता,पृ. 343-95