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आचार्य श्री अमरसिंह जी महाराज की परम्परा का अवशिष्ट श्रमणी-समुदाय:40
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गुरूणी
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| साध्वी नाम जन्म संवत् स्थान | पिता का नाम गोत्र दीक्षा संवत् तिथि | दीक्षा स्थान
विशेष विवरण | श्री सौभाग्यकुंवरजी | 1891 उदयपुर | पोरवाल | 1974 चै. कृ. 5 | उदयपुर सोहनकुंवरजी | शांत, मधुर भाषिणी श्री चतुरकंवरजी चंपालालजी सियाल | 1984
| सादड़ी सोहनकुंवरजी आप शांत दांत गंभीर थीं,
सभी 'मां' कहते थे श्री उमरावकंवरजी | दौलतरामजी कानूगा | 1992 मा. कृ. 5
| श्री हरकूजी सरल, भद्र, प्रवचन सुंदर श्री सीताजी |- कोरना
1993 मृ. शु. 5
सरल, मिलनसार श्री मोहनकुंवरजी - गोगुंदा जोधराजजी छाजेड़ | 1994 वै. कृ. 1
श्री शंभूकंवरजी | प्रवचनशैली सुंदर श्री वल्लभकंवरजी | 1968 जसवंतगढ़ धनराजजी | 1995 आषा. शु.13 श्री लहरकुंवरजी | सरलस्वभावी श्री शकुनाजी |-गढ़सिवाना
पादरू श्री दीपाजी सेवाभाविनी श्री शकुनकुंवरजी 1974 पादरू ओझराज | 1994 वै. शु. 7
श्री हरकूजी शास्त्र, चौपई की शैली सुंदर 9. o श्री श्रीमतीजी 1977 गोगंदा देवीलालजी सेठ | 1999 ज्ये. कृ.11 | नाथद्वारा श्री प्रभावतीजी |संकेतलिपि का अच्छा
अभ्यास, मधुर प्रवचन 10.0 श्री प्रेमवतीजी
- बागपुरा तेजपालजी पोरवाड 2003
| उदयपुर | श्री प्रभावतीजी | कई स्तोक कंठस्थ, सेवा
भाविनी शांत स्वभावी, प्रवर्तक श्री गणेशमुनि जी
की माता 11.0] श्री पानाजी - जालोर
2004 -
श्री हरकूजी सरल स्वभावी 12. | श्री सायरकवरजी | 1970 देलवाड़ा | गेरीलालजी 2004 मा. शु. 5
श्री शीलकुंवरजी | स्तोकादि का ज्ञान श्री रतनकंवरजी | 1982 बंबोरा - ओस्तवाल 2005 मा. शु.13
श्री केलाशकुंवर | चौपाई आदि वांचन बहुत
सुंदर है। 14. श्री एजाजी 1960 शिशोदा |-भेरूलालजी
2006 मा. शु. 13
श्री नजरकंवरजी | भद्र, सेवाभाविनी 15.0 श्री प्रेमकुंवरजी 1976 गढ़सिवाना| मूलचंदजी गोलेच्छा | 2006 म. कृ. 6 | पादरू
(बाडमेर)
अध्ययन
जैन श्रमणियों का बृहद इतिहास
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540.
जिनशासन नां श्रमणीरत्नों, पृ. 162-236