SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 586
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ क्रम | साध्वी नामजन्म संवत् स्थान | पिता नाम दीक्षा संवत् तिथि | दीक्षा स्थान | गुरूणी । विशेष विवरण Jain Education International 8. श्री शीलवतीश्रीजी राणपरड़ा *डुंगरशीभाई 1995 9.0 प्र. श्री विज्ञानश्रीजी 1959 प्रहलादनपुर वालजी गांधी 1999 फा. शु. 2 | 10. | श्री सुज्येष्ठाश्रीजी |1985 सोपार 2005 - 11.0|श्री कनकप्रभाश्रीजी 1971 जवाहरनगर| ओघवजी 2008 मा. शु. 13 For Private & Personal Use Only 524 12. श्री कमलप्रभाश्रीजी |- अंगीया टोकरशीभाई | 2008 मा. शु. 13 पालीताणा व्यवहारदक्ष, शासनप्रभाविका, मृगावती श्रीजी के अभ्युदय हेतु जीवनभर तप करनेवाली हितेषिणी माता, संवत् 2024 मुंबई में स्वर्गवास श्री चित्तश्रीजी आकोला में 'विज्ञान पाठशाला' का निर्माण, कुमुदश्री जयश्री शिष्याएँ संवत् | 2035 आकोला में स्वर्गस्थ सोपार (गु.)| श्री शीलवतीजी | स्वर्गवास संवत् 2041 वल्लभ स्मारक में। समाधि पर 'सेवा साधना समर्पण अंकित है। समताश्रीजी निर्भीक, आंगीया में वल्लभविहार की प्रेरणा, कमलप्रभा पुत्री व शिष्या। कनकप्रभाश्री | जयप्रज्ञा, विशिष्टप्रज्ञा, ऋजुप्रज्ञा, रक्षितप्रज्ञा, सौर्यप्रज्ञा, शीलप्रज्ञा, हितदर्शिताश्री, पुण्यदर्शिताश्री, निजात्मदर्शिताजी आदि शिष्याएँ | अंबाला जशवंतश्रीजी | इन्दौर की सर्वधर्मगोष्ठी में प्रभावी प्रवचनकर्ता,संवत् 2038 सादाबाद में स्वर्गस्थ, एक शिष्या हिंगणघाट माणेक श्रीजी | अंतरिक्ष तीर्थरक्षिका, शासनज्योति | विरूद आगरा श्री पुष्पाश्रीजी | दो पुत्र एक पुत्री व पति दीक्षित, श्रेणीतप, सिद्धितप, सिंहासन, समवसरण तप, 51 उपवास, वर्धमान | ओली, प्रतिवर्ष अठाई प्रतिवर्ष ज्ञानशिविर का आयोजन, संवत् 2049 जामनगर में स्वर्गस्थ 13. श्री प्रियदर्शनाश्रीजी 1994 गुजरात मनोहरलालजी | 2017 म. शु. 6 14. श्री सुमतिश्रीजी भुजग्राम माणेकलाल - फा. कृ.2 15.0/ गुणप्रभाश्रीजी *जंडियाला 2027 - *बाबुलाल दुग्गड़ जैन श्रमणियों का बृहद इतिहास www.jainelibrary.org
SR No.001693
Book TitleJain Dharma ki Shramaniyo ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijay Sadhvi Arya
PublisherBharatiya Vidya Pratishthan
Publication Year2007
Total Pages1076
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Biography
File Size24 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy