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(ख) श्री विजय रामचन्द्र सूरीश्वरजी महाराज के समुदाय की श्री खांतिश्रीजी का शिष्या-परिवार-64
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क्रम | साध्वी नाम | जन्म संवत् स्थान | पिता का नाम | दीक्षा संवत् तिथि दीक्षा स्थान | विशेष विवरण
तीर्थ
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6.
1.0] विद्युतश्रीजी 1958 भावनगर 'त्रिभुवनभाई 1987 ज्ये. कृ. 14 छाणी पति पत्नी व पुत्र तीनों दीक्षित, शांत प्रशांत, धीर
गंभीर तपस्पिवनी, सं. 2040 में स्वर्गस्थ हंसाश्रीजी 1973 छाणी हिंमतभाई 1989 वै. शु. 6 | - उपशांत कषायी, प्रतिभासंपन्न, 35 मुमुक्षुजनों की
उद्बोधिका, स्वाध्यायी भद्रपूर्णाश्रीजी | 1942 सरधार | साकरचंद दोशी | 1993 कृ. 7 | लोद्रवाजी | वर्षीतप, बीस स्थानक, 99 यात्रा, उत्कृष्ट त्यागी,
भद्रपरिणामी, सं. 2021 में स्वर्गस्थ श्री हेमप्रभाश्रीजी | 1987 विसलपुर हजारीमलजी 1998 फा. शु. 3 | सावरकुंडला | मासक्षमण, 21, 16, 9 उपवास, 10 अठाई, 108
अटुम, 500 आबिल, 100 ओली पूर्ण अन्य उत्कट
तपाराधना, उग्रविहारी, 46 शिष्या-प्रशिष्या की नायिका। 5. मनोरमाश्रीजी | रवजीभाई जेवरी | 2000 फा. शु. 5 | राजकोट। यावज्जीवन पोरूषी, संयमी, स्वाध्यायी, मात्र ढाई
मास संयम पाला अनुपमाश्रीजी | 1989 महेसाणा चुनीलालभाई | 2002 वै. शु. 11 | सिद्धगिरि माता सुमंगलाश्रीजी सह दीक्षित, 100 ओली पूर्ण,
500, 541 आयंबिल में 551000 खमासमणा । 7. ज्योतिप्रभाश्रीजी | 1982 सावरकुंडला छोटालाल भाई | 2002
सुरत 16 उपवास, वर्षीतप 2, अठाई, नवपद व वर्धमान
ओली, अनेक रास स्तवन, ढाल, चौपाई, सज्झाय,
व्याकरण, न्याय आदि कंठस्थ , स्वंय की दो शिष्या।। 8. / हर्षपूर्णाश्रीजी । 1989 करांची दीपचंदभाई |2007 वै. शु. 5 | सांवरकुंडला | तप-सिद्धाचल, अक्षयनिधि. 24 ओली, विदुषी साध्वी विमलकीर्तिश्रीजी| 1926 जेसर दीपचंदभाई शेठ | 2011 वै. शु. 7 | वणी मासक्षमण, 16, वर्षीतप, सिद्धितप, नवपद ओली,
चत्तारि, 25 ओली आदि तप 10. सूर्यप्रभाश्रीजी मनसुखभाई जवेरी 2011 ज्ये. शु.5 | पूना | माता भद्रपूर्णाजी की शिष्या, महान विदुषी, मुंबई|
में स्वर्गवास 11. रत्नरेखाश्रीजी 1989 नवाडीसा | रवचंदभाई 2015 -
जूनाडीसा विशिष्ट अभ्यास के साथ सिद्धितप, वर्षीतप, एकांतर
500 आयंबिल, वर्धमान ओली 40, संवत् 2042 में| स्वर्गस्थ
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जैन श्रमणियों का बृहद इतिहास
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664. जिनशासन नां श्रमणीरत्नों, पृ. 270-331