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श्री सद्गुणाश्रीजी
अजिताश्रीजी
सुलसाश्रीजी
तत्त्वानंद श्रीजी
जयनंदिताश्रीजी
सुज्येष्ठाश्रीजी
भावरत्नाश्रीजी
सुगुणाश्रीजी
सुधर्माश्रीजी
पूर्णदर्शनाश्रीजी
तत्त्वरक्षाश्रीजी
मुक्तिरक्षा श्रीजी
देवयशाश्रीजी
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जैन श्रमणियों का बृहद इतिहास
तीर्थंकर तप, बेले से वर्षीतप उपवास से वर्षीतप क्षीरसमुद्र, गणधरतप, मेरूतेरस, नवपद ओली 21, बीसस्थानक, युगप्रधान तप आदि विविध तप ।
8, 16, 30 उपवास, वर्षीतप, समवसरण, सिद्धितप चत्तारि अट्ठ दस दोय, मेरूदंड, नवकार तप क्षीरसमुद्र, पोषदशमी, मेरू तेरस, बीज, अष्टमी, चौदस, बीस स्थानक एवं कई एकासना बीयासना आदि तपस्या ।
वर्षीतप, उपधान 3, अट्ठाई, सिद्धाचलतप, वर्धमान तप की 35 ओली, नवपद ओली 27, एकमासी, दोमासी, चारमासी, रोहिणीतप, अक्षयनिधि तप तथा अन्य तप ।
दो वर्षीतप में एक छट्ट से, अठाई, नवपद के 9 अट्ठम, 14 वर्ष एकासन, नवपद ओली वर्ण से और सादी, बीसस्थानक, वर्धमान तप की 25 ओली तथा अन्य विविध तप ।
वर्षीतप, बीसस्थानक, वर्धमान तप की 37 ओली, नवपद ओली 47 वर्ष से, 8, 16 उपवास व एकासने
सिद्धितप, वर्षीतप, अठाई, क्षीरसमुद्र, बीसस्थानक, वर्धमान तप की 16 ओली (चालु)
8, 11, 30 उपवास, सिद्धितप, बीस स्थानक, कर्मसूदन, वर्धमान तप की ओली 33 (चालु) बीज, पूनम व एकासणे
9, 11, 15, 16, 17 अठाई, सिद्धितप, वर्षीतप क्षीरसमुद्र, बीसस्थानक, वर्धमान तप की 23 ओली (चालु)
बीसस्थानक, 13 वर्ष एकासणा, वर्धमान तप की 25 ओली, नवपद ओली 35 बीसस्थानक, वर्धमान तप की 25 ओली, नवपद ओली 40 13 वर्ष एकासणा 16
उपवास ।
सिद्धितप, वर्षीतप 2, नवपद ओली, ज्ञानपंचमी, ग्यारस, दशम, बीस स्थानक, गौतमस्वामी के छट्ट, 16, 8 उपवास व एकासणे
सिद्धितप, वर्षीतप 16 उपवास, बीसस्थानक, दशमी, पंचमी, ग्यारस, वर्धमान तप की 14 ओली, नवपद ओली, क्षीर समुद्र ।
मासक्षमण, 4, 5, 6, 8, 9, 11, 16 उपवास, पंचमी, ग्यारस, नवपद ओली, वर्धमान तप की 17 ओली, बीसस्थानक, क्षीरसमुद्र, गिरनारकी सात यात्रा, 99 यात्रा, उपधान 2
मासक्षमण, 16, 8, 9, 11 उपवास, क्षीरसमुद्र, बीसस्थानक, वर्धमान तप ओली 51 आदि ।
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