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क्रम
संख्या
1
23
4
56789
10
11
12
133
141
आर्यिका नाम
16
जन्म संवत् स्थान
श्री नेमिमती जी फलटन (महा.)
अक्कलकोट
श्री जयश्री जी श्री आदिमती जी
श्री यशोमती जी श्री विशुद्धमती जी
श्री वीरमती जी
समकालीन दिगम्बर परंपरा की अवशिष्ट क्षुल्लिकाएँ
पिता का नाम क्षुल्लिका दीक्षा संवत् तिथि
दीक्षा स्थान
दीक्षा दाता
2013
नागौर (राज.)
2016 ज्ये. शु. 10 श्रवणबेलगोला
2017
कोल्हापुर
श्रवणबेलगोला
फूलचन्द जी
दशा हुमड़
श्री कृष्णामती जी 1970 पंढरपुर बापूराव कटेक
श्री विमलमती जी
श्री राजमती जी दक्षिण भारत
श्री दर्शनमती जी श्री जिनमती जी
श्री दयामती जी
2012 उदयपुर राजस्थान
1972 चरगवां
श्री बंडोबा
पमला गोनोर जबलपुर (म.प्र.) 1960 छाणी
जवाहरलाल जी गुलाबचंद जी
2019
फूलचंद्रजी परवार 2019
देवीचंद जी ज्वालाप्रसाद जी भागचंद जी
श्री सुव्रतमती जी 1991 हिंगोली भगवानराव जी
2019
श्री श्रेयांसमती जी 1925 नातेपुर श्री खेमचंद जी
2020
उदयपुर
बड़ौदा (गु.) कपिला जी
2024
237
1
आ. महावीरकीर्तिजी
आ. धर्मसागर जी
आ. देशभूषण जी
घाटोला
दाहोद (गु.)
आ. सन्मतिसागरजी आ. सन्मतिसागर जी खुरई (म.पं.) मुनि धर्मसागर जी
आ. विमलसागर जी
पू. पायसागर जी
विशेष विवरण
विवाह सूरत में हुआ। आदिपुराण का स्वाध्याय करते-2 विरक्ति ।
आ. देशभूषण जी
आ. धर्मसागर जी
आ. विमलसागर जी दीक्षा पूर्व द्वितीय प्रतिमा धारण की।
बालविधवा, सरल, धार्मिक वृति, अनुभवी है।
आपने दूसरी व सातवीं प्रतिमा भी धारण की थी ।
धर्मप्रभाविका हैं, मुनि जंबू सागर जी की पत्नी थी।
2021 का. शु.11 पपौरा अति. क्षेत्र. आ. शिवसागर जी
आ. देशभूषण जी
मुनि दयासागर जी
शादी के बाद गृह कलह से जीवन में मोड़ आया।
आ. विमलसागर जी बाल विधवा, तेल और नमक का त्याग।
युवावस्था में दीक्षा ली। धर्मध्यान में लीन
आप आ. शांतिसागर जी म. (छाणी) की बहिन थी
9 वर्ष की उम्र में विधवा, आ. अनन्तमती जी से वैराग्य प्राप्ति । अनेक धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन किया, सेवाभाविनी ।
15 श्री वैराग्यमती जी 2014 साबला लक्ष्मीलालजी
रोहिदां
श्री शांतिमती जी कोल्हापुर
बापू (जाति से पंचम) 2024
दिल्ली सदर
237. (क) दिगम्बर जैन साधु. पृ. 96-417 (ख) डॉ. हीराबाई बोरदिया- जैनधर्म की प्रमुख साध्वियाँ एवं महिलाएँ, पृ. 209-36
दिगम्बर परम्परा की श्रमणियाँ