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________________ Jain Education International 261 For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org क्रम संख्या 1 23 4 56789 10 11 12 133 141 आर्यिका नाम 16 जन्म संवत् स्थान श्री नेमिमती जी फलटन (महा.) अक्कलकोट श्री जयश्री जी श्री आदिमती जी श्री यशोमती जी श्री विशुद्धमती जी श्री वीरमती जी समकालीन दिगम्बर परंपरा की अवशिष्ट क्षुल्लिकाएँ पिता का नाम क्षुल्लिका दीक्षा संवत् तिथि दीक्षा स्थान दीक्षा दाता 2013 नागौर (राज.) 2016 ज्ये. शु. 10 श्रवणबेलगोला 2017 कोल्हापुर श्रवणबेलगोला फूलचन्द जी दशा हुमड़ श्री कृष्णामती जी 1970 पंढरपुर बापूराव कटेक श्री विमलमती जी श्री राजमती जी दक्षिण भारत श्री दर्शनमती जी श्री जिनमती जी श्री दयामती जी 2012 उदयपुर राजस्थान 1972 चरगवां श्री बंडोबा पमला गोनोर जबलपुर (म.प्र.) 1960 छाणी जवाहरलाल जी गुलाबचंद जी 2019 फूलचंद्रजी परवार 2019 देवीचंद जी ज्वालाप्रसाद जी भागचंद जी श्री सुव्रतमती जी 1991 हिंगोली भगवानराव जी 2019 श्री श्रेयांसमती जी 1925 नातेपुर श्री खेमचंद जी 2020 उदयपुर बड़ौदा (गु.) कपिला जी 2024 237 1 आ. महावीरकीर्तिजी आ. धर्मसागर जी आ. देशभूषण जी घाटोला दाहोद (गु.) आ. सन्मतिसागरजी आ. सन्मतिसागर जी खुरई (म.पं.) मुनि धर्मसागर जी आ. विमलसागर जी पू. पायसागर जी विशेष विवरण विवाह सूरत में हुआ। आदिपुराण का स्वाध्याय करते-2 विरक्ति । आ. देशभूषण जी आ. धर्मसागर जी आ. विमलसागर जी दीक्षा पूर्व द्वितीय प्रतिमा धारण की। बालविधवा, सरल, धार्मिक वृति, अनुभवी है। आपने दूसरी व सातवीं प्रतिमा भी धारण की थी । धर्मप्रभाविका हैं, मुनि जंबू सागर जी की पत्नी थी। 2021 का. शु.11 पपौरा अति. क्षेत्र. आ. शिवसागर जी आ. देशभूषण जी मुनि दयासागर जी शादी के बाद गृह कलह से जीवन में मोड़ आया। आ. विमलसागर जी बाल विधवा, तेल और नमक का त्याग। युवावस्था में दीक्षा ली। धर्मध्यान में लीन आप आ. शांतिसागर जी म. (छाणी) की बहिन थी 9 वर्ष की उम्र में विधवा, आ. अनन्तमती जी से वैराग्य प्राप्ति । अनेक धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन किया, सेवाभाविनी । 15 श्री वैराग्यमती जी 2014 साबला लक्ष्मीलालजी रोहिदां श्री शांतिमती जी कोल्हापुर बापू (जाति से पंचम) 2024 दिल्ली सदर 237. (क) दिगम्बर जैन साधु. पृ. 96-417 (ख) डॉ. हीराबाई बोरदिया- जैनधर्म की प्रमुख साध्वियाँ एवं महिलाएँ, पृ. 209-36 दिगम्बर परम्परा की श्रमणियाँ
SR No.001693
Book TitleJain Dharma ki Shramaniyo ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijay Sadhvi Arya
PublisherBharatiya Vidya Pratishthan
Publication Year2007
Total Pages1076
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Biography
File Size24 MB
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