SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 1037
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Jain Education International तेरापंथ परम्परा की श्रमणियाँ 475 392 For Private & Personal Use Only 975 क्रम संदीक्षा क्रम | साध्वी-नाम जन्मसंवत् स्थान पिता-नाम गोत्र दीक्षा संवत् तिथि | दीक्षा स्थान | विशेष-विवरण 387. 1471 श्रीललितकलाजी | 2014 गंगाशहर लूनकरणजी भंसाली | 2035 आसोशु 15 | गंगाशहर शिक्षा, साधना यथोचित, तप दिन 532, दस प्रत्याख्यान 13 बार | 472 श्री जिनबालाजी | 2015 गंगाशहर | किशनलालजी रांका 2035 आसोशु 15 | गंगाशहर शिक्षा, साधना यथोचित, कलाकुशल, सूक्ष्मलिपिकला दक्ष 389. 1473 | श्री मधुलताजी | 2016 गंगाशहर | सूरजमलजी चोपड़ा 2035 आसोशु 15 गंगाशहर | कई आगम,संस्कृत साहित्य संघीय साहित्य का अध्ययन 390. 474 श्री विभाश्रीजी | 2017 गंगाशहर | हुकमचंदजी बोथरा | 2035 आसोशु 15 | गंगाशहर | जेन दर्शन पर प्रथम श्रेणी से एम.ए., तप 1 से 9 दिन लड़ीबद्ध उपवास श्री त्रिशलाकुमारी | 2014 सुजानगढ़ |सागरमलजी मालू | 2035 का. शु. 13 | गंगाशहर | यथोचित ज्ञानाभ्यास, तप दिन 324,वर्षीतप2 476 श्री प्रियदर्शनाजी | 2010 सूरतगढ़ | रतनलाल रामपुरिया 2036 वै. शु. 10 चंडीगढ़ | यथोचित ज्ञानार्जन, तप संख्या 837, आयंबिल 21 393. श्री पुण्यदर्शनाजी | 2011 सूरतगढ़ | तोलारामजी रांका | 2036 वै. शु. 10 चंडीगढ़ यथोचित ज्ञानार्जन,तपासे लड़ीबद्ध उपवास 394. श्री संकल्पश्रीजी | 2011 भादरा सालमचंदजी सिंधी | 2036 का. कृ. 9 | लुधियाना | यथोचित ज्ञानाभ्यास, तप 1 से 8 तक लड़ीबद्ध उपवास संख्या 753 395. 480 I श्री गुणरेखाजी | 2012 बीदासर मालचंदजी बैद । 2036 का. कृ.9 | लुधियाना | यथोचित ज्ञान साधना, तप संख्या 140, संवत् 2055 बीदासर में स्वर्गस्थ | श्री सौम्यप्रभाजी | 2013 सरदारशहर | पूनमचंदजी बोथरा | 2036 का. कृ. 9 | लुधियाना | यथाशक्य ज्ञानार्जन, तप संख्या 502 श्री कीर्तिरखाजी| 2016 ऊमरा |गुलाबसिंहजी सिंगल 12036 का. कृ.9 लुधियाना | यथोचित ज्ञानार्जन,तप 1 से 11 तक लड़ीबद्ध तप,15 उपवास,कंठीतप,कल्याणकतपआदि | 398. 1483 | श्री गुणप्रेक्षाजी | 2015 उदासर | रामलालजी चोरड़िया | 2036 पौ. शु. 14 भटिण्डा यथोचित ज्ञानकला में प्रगति.तप सैकड़ों उपवास, अठाई,10 बार दस प्रत्याख्यान 399. 484 श्री उदितप्रभाजी | 2014 उकलानामंडी| धनराजजी अग्रवाल | 2036 फा. कृ.7 | सुनाम | यथोचित ज्ञानार्जन,तप1 से9 तक उपवास की संख्या 1019 400. 1485 श्री मुदितप्रभाजी | 2017उकलानामंडी | किशोरीलाल अग्रवाल | 2036 फा. कृ.7 | सुनाम पांच आगम कंठस्थ, तप 1 से 15 तक लड़ीबद्ध तप, मासखमण, वर्षीतप, संवत् 2056 दिल्ली में दिवंगत 1479 391. 482 www.jainelibrary.org
SR No.001693
Book TitleJain Dharma ki Shramaniyo ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijay Sadhvi Arya
PublisherBharatiya Vidya Pratishthan
Publication Year2007
Total Pages1076
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Biography
File Size24 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy