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क्रम सं दीक्षा क्रम साध्वी - नाम
140.
166
141.
142.
145.
146.
147.
143. 170
144.
171
148.
149.
150.
151.
152.
153.
167
154.
168
172
173
174
175
176
179
180
181
182
184
श्री रतनकंवरजी
श्री चनणांजी
4 श्री विदामांजी
4
श्री धनकंवरजी
श्री हरकंवरजी
4 श्री राजकंवरजी
श्री रायकंवरजी © श्री धनकंवरजी
जन्मसंवत् स्थान 1987 सरदारशहर
1977 जन्
1982 खींवाड़ा
1986 लाडनूं 1987 जोधपुर
1987 डूंगरगढ़ 1982 सुजानगढ़ 1982 सरदारशहर
पिता नाम गोत्र दीक्षा संवत् तिथि दीक्षा स्थान बुद्धमलजी बोथरा
2000 का. शु. 9
गंगाशहर
भीखणचंदजी सेठिया 2001 वै. शु. 3
गुलाबचंदजी गधैया 2001 वै. शु. 3
आसकरण खटेड़
माणकचंदजी
1989 सुजानगढ़ 1980 सरदारशहर 1980 सुजानगढ़
सांखला
बींजराजजी वैद
पूनमचंदजी नाहटा सोहनलाल तातेड़
2001 आषा. शु. 2
2001 आषा. शु. 2
2001 आषा. शु. 2
2001 का. कृ. 10
2001 का. कृ. 10
1985 सरदारशहर लालचंदजी कुंडलिया 2001 का. कृ. 10
शिवरामजी बाफणा 2001 का. कृ. 10
4 श्री रामकुमारीजी
4 श्री जतनकंवरजी 1985 भैंसाणा
श्री रायकंवरजी
श्री लिछमांजी
जयचंदजी दूगड़ दीपचंदजी सेठिया मोहनलाल सेठिया
• श्री कानकंवरजी
● श्री गुलाबांजी
1981 सरदारशहर दुलीचंदजी पारख
2001 मा. शु. 8
4 श्री कानकंवरजी 1986 राजलदेसर तोलारामजी कुंडलिया 2001 मा. शु. 8
2001 का. कृ. 10
2001 मा. सु. ४
2001 मा. शु. 8
नोखामंडी
नोखामंडी
लाडनूं
लाडनूं
लाडनूं
सुजानगढ़
सुजानगढ़
सुजानगढ़
सुजानगढ़
सुजानगढ़
सुजानगढ़
सुजानगढ़
सुजानगढ़
सुजानगढ़
विशेष- विवरण
कई स्तोक व्याख्यान व आगम ज्ञान सीखा, 1 से 9 लड़ीबद्ध तप, आयबल सेमासखमण, 101 तेले
स्तोक 9 व्याख्यान 150 ढालें कंठस्थ तप 1 से 9 तक लड़ी, कुल तप-संख्या 2814 स्तोक, व्याख्यान, ज्ञानाराधना के साथ तप संख्या 1613
भद्र, मिलनसार, संवत् 2015 अमीनाबाद में पिपासा परीषह के कारण दिवंगत
संवत् 2009 टमकोर में स्वर्गस्थ
संवत् 2049 लाडनूं में दिवंगत, तप संख्या 791 संवत् 2007 छह दिन के तप व 25 घंटे के संथारे सह दिवंगत
आगम, टीका, भाष्य का अध्ययन, अग्रणी, सेवाभाविनी
यथाशक्य अध्ययन, उपवास से आठ दिन तक लड़ीबद्ध तप
संवत् 2054 में गण से पृथक्
स्तोक ज्ञान, ऊनी वस्त्र त्याग, तप संख्या 3255
15 दिन के अनशन सह संवत् 2052 लाडनूं
में स्वर्गस्थ
सरल, सेवाभाविनी तप संख्या 516, स्वर्गवास संवत् 2049 गोगुंदा में
स्तोक, 13 व्याख्यान कंठस्थ, तप संख्या 507, संवत् 2051 डूंगरगढ़ में दिवंगत
जैन श्रमणियों का बृहद इतिहास