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षोडश संस्कार
आचार दिनकर
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ऐसे गुरु 'जिनका शरीर सुडौल हो तथा जिनका व्यक्तित्व प्रभावशाली हो एवं जिनकी उपस्थिति से चतुर्विध संघ का हर्षोल्लास बढ़ता हो' तारोपण हेतु आवश्यक है। गुरु की सामग्री वासक्षेप है । श्रेष्ठ पुष्प, गंध, अक्षत, फल, जल, नैवेध, अष्टकर्म को नष्ट करने हेतु एवं जिनपूजा में आवश्यक है ।
धूप, दीप ये आठ वस्तुएँ
आचार्य श्री वर्धमानसूरि ने आचारदिनकर में गृहिधर्म के व्रतारोपण - संस्कार की यह विधि प्रतिपादित की है ।
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