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सज्जनमणि श्री शशिप्रभाश्रीजी म.सा. संक्षिप्त परिचय
अध्ययन
जन्म - वि.सं. 2001, फलोदी, भाद्रकृष्णा अमावस्या नाम - किरणकुमारी माता-पिता - बालादेवी-ताराचंदजी गोलेच्छा दीक्षा - मिगसर वदि 6, वि.सं. 2014, ब्यावर दीक्षा नाम . - आर्या शशिप्रभा श्री . गुरुवर्या - प्रवर्तिनी श्री सज्जन श्री जी म.सा.
जैन दर्शन में आचार्य,धर्म-दर्शन-तत्त्व का गहन अध्ययन, संस्कृत, गुजराती, राजस्थानी भाषाओं में
निष्णात पदालंकृत - वि.सं. 2060, पालीताणा, पू.उपाध्याय मणिप्रभसागर
जी म.सा. द्वारा संघरत्ना' से विभूषित विचरण क्षेत्र - राजस्थान, गुजरात, थलीप्रदेश, उत्तरप्रदेश,
मेवाड़, बिहार, बंगाल, छत्तीसगढ़, आंध्रप्रदेश,
कर्नाटक, तमिलनाड आदि विशेषता - अनुशासनप्रिय, संघसमर्पित, दृढ़मनोबली,
तप-जप-संयम परायणी,अप्रमत्तचेता,अध्यात्मवेत्ता, प्रवचनपटु बंगाल-बिहार प्रान्त के जनमानस में धर्म का विशिष्ट बीजारोपण, थली प्रान्त में मन्दिर-दादाबाडियों का निरीक्षण, सिद्धाचल तीर्थस्थित सांचासुमतिनाथ जिनालय का भव्य जीर्णोद्धार आदि।
शासनप्रभावना
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