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________________ विषय सूची अध्याय १. विषय प्रवेश : १. संस्कार का अर्थ .... २. संस्कार का प्रयोजन ३. संस्कार का महत्त्व ४. संस्कारों की संख्या का तुलनात्मक विवेचन २. संस्कारो से सम्बन्धित साहित्य : १. संस्कार सम्बन्धी हिन्दू परम्परा का साहित्य २. संस्कार सम्बन्धी दिगम्बर परम्परा का साहित्य ३. संस्कार सम्बन्धी श्वेताम्बर परम्परा का साहित्य (अ) वर्धमानसूरिकृत आचारदिनकर के पूर्व का साहित्य (ब) वर्धमानसूरिकृत आवारदिनकर (स) वर्धमानसूरिकृत से परवर्ती संस्कारों से सम्बन्धित श्वेताम्बर साहित्य ३. वर्धमानसूरि का व्यक्तित्व एवं कृतित्व : १. वर्धमानसूरि का व्यक्तित्व परिचय २. वर्धमानसूरि का कृतित्व ३. आचारदिनकर में वर्णित विभिन्न संस्कार ४. गृहस्थ के सोलह संस्कार ५. मुनि के सोलह संस्कार ६. सामान्य आठ संस्कार | ७. तुलना एवं समीक्षा ४. आचारदिनकर में वर्णित गृहस्थ जीवन के संस्कार : १. गृहस्थ जीवन के सोलह संस्कारों का विवेचन और उनकी तुलना एवं समीक्षा ५. आचारदिनकर में वर्णित मुनि जीवन के संस्कार : २. मुनि जीवन के सोलह संस्कारों का विवेचन और उनकी तुलना एवं समीक्षा २१८ ६. आचारदिनकर में वर्णित सामान्य संस्कार : १. गृहस्थ और मुनि दोनों से सम्बन्धित आठ संस्कारों का प्रतिपादन और __उनकी तुलना एवं समीक्षा ७. उपसंहार: १. विविध संस्कारों की मूल्यवत्ता और वर्तमान समय में उनकी प्रासंगिकता ३८६ ३१६ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001671
Book TitleJain Sanskar Evam Vidhi Vidhan
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMokshratnashreejiji
PublisherPrachya Vidyapith Shajapur
Publication Year2007
Total Pages422
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Ritual_text, Ritual, Vidhi, & Culture
File Size24 MB
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