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प्रकाशकरावजीभाई ७० देसाई, ऑनरेरी व्यवस्थापक श्री परमश्रुतप्रभावक-मंडल [श्रीमदाषचंद्रजनशास्त्रमाण] श्रीमद्राजचंद्र आश्रम अगास, पो०-बोरीमा
वाया? आणंद (गुजरात)
वीर नि० सं० २५०३ ]
[ सन् १९७७
वि० सं० २०३३ द्वितीय संस्करण-१०००
पं० परमेष्ठीदास जैन, न्यायतीर्थ
जैनेन्द्र प्रेस, ललितपुर (उ०प्र०)
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