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अशुद्ध करता है। दितु सुह मनककुमार
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शुद्ध करे। दितु सुहं मनककुमार, कालिकसूरि, शाम्बकुमार, प्रद्युम्नकुमार बुद्धि हो' संमतिसे को थी यह भी बताया। तवो भासा परोवयारो प्रकारके
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२४२ ,
वृद्धि हो' आज्ञासे की थी तओ भाषा परोवयरो प्रचारके बत्तीश नमूं तीजे सौ बहोत्तर एकसौ
७ ११
बत्रीस
नमुं
बीजे
१४
बहोंतेर
एकसो
सो
सातसे सवि एकसो साठ
सातस सब एकसो आठ बत्तीस त्रणसै साठ
" २४७ __,
२४८
बत्रीसें
२० १ २ २
त्रणसे आठ
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