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जोगी - योगकी साधना करनेवाले । दरवेश - मुसलमान फकीर ।
पाठान्तर में 'दूरवेश' शब्द है ।
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भूलाव्या- भुलाया । संवच्छास) रो - मरे हुए की वार्षिक तिथिके दिन ब्राह्मण आदिको
भोजन कराना | माही - पूनम - माघमास की पूर्णिमा । इस दिन विशिष्ट विधिसे स्नान किया जाता है । अजा-पडवो - ( आजो
- आश्विन मासके
प्रतिपदाका दिन ।
जिस दिन आज अर्थात् माता
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पडवो )
पक्षकी
शुक्ल
महका श्राद्ध किया जाता है । प्रेतबीज - कार्तिक मासके शुक्ल पक्षकी द्वितीया, जो यमद्वितीया भी कहलाती है । गौरी - त्रीज - चैत्र शुक्ल तृतीया जब पुत्रकी इच्छावाली स्त्रियाँ गौरीव्रत करती है । विनायक - चोथ - भाद्रपद
शुक्ला चतुर्थीका दिन, जब विनायक अर्थात् गणपतिकी मुख्य पूजा होती है, उसको गणपति चोथ भी कहते हैं ।
नाग पंचमी - श्रावण शुक्ला पञ्चमी का दिन जब कि नाग - सर्पकी खास तौर पर पूजा की जाती है । कुछ श्रावण कृष्णा पञ्चमी को भी नागपञ्चमी कहते हैं । झोलणा-छट्ठी - श्रावण कृष्णा षष्ठी, जिसे राँधन छठ भी कहते हैं । शील-सातमी- -श्रावण
शुक्ला
( कृष्णा ) सप्तमीका दिन, जब कि ठण्डा भोजन किया जाता है, तथा शीतलादेवीकी पूजा की जाती है । कुछ प्रान्तों में चैत्र कृष्णा सप्तमीको भो यह पर्व मनाते हैं । ध्र व आठमी - भाद्रपद
शुक्लाअष्टमी, जिस दिन स्त्रियाँ गौरीपूजा आदि करती हैं । नौली - नोमी - ( नकुल- नवमी ) - श्रावण शुक्ला नवमीका दिन । अहवा - दशमी - अथवा ( अधवा )
दशमी । व्रत - अग्यारसी - एकादशी के व्रत । वच्छ-बारसी - आश्विन
कृष्णा
द्वादशी |
धन - तेरसी - आश्विन कृष्णा त्रयोदशीका दिन ।
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