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रणविक्कमकहा
अकलंकाकत्तेण ससिं, थिरप्पयावत्तणे तरणिं पि । दितो कणयं जो हसइ, धरियकणयं सुरगिरि पि ॥ २३१८ ॥ सव्वंतेउरकंताहिवत्तसंपत्तउत्तमजसोहा । सोहावइ त्ति तस्सत्थि हत्थिकुंभत्थणी दईया ॥ २३१९ ॥ गोट्ठीगुणाण पुट्ठी जसाण वुट्ठी गरिठ्ठपुन्नाण । दिट्ठी विसिट्ठसत्थाण कणयवुट्ठी वि जा दीणो ॥ २३२० ॥ तेसिं निज्जियनियरूवरम्मया वम्महपिया गव्वा ।। कन्ना चंपयवन्ना, समत्थि नामेण मयणसिरी ॥ २३२१ ॥ कोइलकलरवजणसवणसुहयरा जा वसंतलच्छि व्व । गिम्हसिरि व्व जुवजणमणवणकयमयणदवतावा ॥ २३२२ ॥ सुमहत्थभूसणुन्नयपओहरा पाउसप्पवित्ति व्व । नवसयवत्तासियरायहंसिया सरयसोह व्व ॥ २३२३ ॥ हेमंतरिउसिरी व्व, उत्तमजणवयपसस्स सीमंता । सिसिरट्ठिय व्व दिप्पंतकुंदकलियावली रयणा ॥ २३२४ ॥ इय रिउमई पवित्ता वि रायहंसी वि चारुसिहिणी सा । अइवाहइ दियहाई, लीला-कीला-रस-पसत्ता ॥ २३२५ ॥ एत्तो य तत्थ वणिवग्ग-अग्गणी, गुणमणी-निही अत्थि । सेठी-सिणिद्धदिट्ठी, नामेण धणाहिवो सुधणो ॥ २३२६ ॥ दूरन्नओ वि सुनओ, विइन्नदाणो सयावदाणो वि । मज्झत्थो वि हु जो, धुरिपरिट्ठिओ सयलसुयणाण ॥ २३२७ ॥ तस्सत्थि रम्मपेम्माणुबंधपरिवद्धमाणपरिओसा । भज्जा निरवज्जतणू तणूयराऽमरसिरी नाम ॥ २३२८ ॥ लीला सीले कीला कलासु हीला कलंककारीसु । धम्मम्मि धिई नीईए सम्मई जीए संजाया ॥ २३२९ ॥ आणंदइ ताण मणो, अणोयचरिएहिं चारुचारित्ता । तणया पणया जणया-इयाण नामेण कणयसिरी ॥ २३३० ॥
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