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आगम-ग्रंथोंमें...... अर्धमागधी की स्थिति
स्वीकृत पाठ
रोग समुपाया
एगया
संणिहि संणिचयो
अभिकंतं
पन्चहिए इह, जहा, तहा
से तं संबुज्झमाणे
कूराई कम्माई
अण्णरम्मि
अणुपुब्बीऍ सहती
कपइ
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म. जै. वि. संस्करण
1.2.2.67
1.2.1.64
1.2.5.87
1.2.1.64
1.2.4.84
1.1.2.14
1.2.4.82
1.2.6.96
1.8.8.230 1.2.6 98
1.1.3.27
२९.
पाठान्तर
रोग समुप्पाता (सं, खं प्रत)
एगता (हे - 1, 2, 3, ला, इ, प्रत )
संणिधिसंनिचयो ( चूर्णी )
अभिक्कतं (शुबिंग, हे-2, 3, ला. इ. प्रत)
पव्वधि = प्रव्यथितः (खे, प्रत ) इध, जधा, तधा ( चूर्णी
एवं प्राचीन ताड़पत्रीय पाठ
- देखिए प्रस्तावना पृ. 44 )
से तं ( शीलांक, चूर्णी एवं शुबिंग)
कूराणि कम्माणि (सं, शां, खं, खे प्रत )
अण्णयरंसि (हे - 1, 2, 3, ला.)
अणुपुव्वीय (खं और चूर्णि सिवाय) सहते (हे - 1, 2, 3 ला.)
सहए (शुबिंग)
सहते (जै. वि. भा. )
कप्पति (सं, शां, खं, खे प्रत और चूर्णी)
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