SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 88
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ ७९ णिएवि वगासुर - णंदणु जउण- विओयर - जायहो घत्ता किय कडवंदणु रज्जु ण-रायहो [१६] वल्लाव ताम भीम अणतेण तुह णंदणो घाइओ जाउहाणेण मायरिस पुत्तेण वडिय पयावेण खर-वाहणा रक्खसा थरहरंतेहिं थक्को त्ति आलाउहो तेण कुद्धेण तेण-वि तहो घाइया लउडि- दंडेहिं चुणं गयाओ गयाओ - विघाएहिं वोल्लाविता पत्थो उविंदेण घत्ता भीम - अलाउह-संगरि हरि-वयणंतरि भडु एत्तहिं वि स-मच्छरु णाई सणिच्छरु [१७] खउ करंतु दुज्जोहण - सेण्णहो सोमय - सिंजयाहं रक्खस - वलु तो हल्लोहल्लिहूउ जणद्दणु धाउ धाउ हउ जणणु तुहारउ सरह भइमसेणि हरि-वयणें विणि वि भिडिय जाउ कडवंदणु rिass कंपमाणु महि-मंडले दिणु घाउ संचूरिउ रहवरु Jain Education International घत्ता हे उप्पएवि पहरिसिउं थिउ अलि सामल - देहहो भो भो पधाव प्पधाव प्पयत्तेण तं सुणेवि कोवग्गि-जज्जल्लमाणेण आयड्डियायत्त - सोवण्ण-चावेण हय पंच पंचेहि दूवच्छदंतेहिं भीमस्स छिण्णु धणु गिद्ध - चिंधेण णं मत्त तंवेरमा उद्ध-सुंडेहिं भग्गा महालाण - थंभ व्व णाएहिं तु भायरोमारिओ क्खसिंदेण इकहत्तरिम संधि कुरुवइ - दिहि- संपुण्णउ | पंडव - वलु आदण्णउ ॥ रुहिरु पदरिसिउ मेहु व मेहहो अज्जुणु जिह जमु ढुक्कउ । कण्णहो वलिउ घुडुक्कउ ॥ ९ सच्चइ-जमल पधाइय कण्णहो णरु णरवइहि पर्वाड्डिय-कलयलु वुत्तु हिडिंवासुंदरि णंदणु दुज्जउ जाउहाणु मायारउ धाइउ धूमकेउ णं गयणें हउ परिहेण विओयर-णंदणु चेयण लहेवि लउडि किय करयले स-धउ स ४ -च्छत्तु स-सूयउ स - चामरु ८ For Private & Personal Use Only वग- सुउ सज्झस-मुक्कउ । उप्पर तहो - वि घुडुक्कउ ॥ ९ www.jainelibrary.org
SR No.001429
Book TitleRitthnemichariyam Part 3 2
Original Sutra AuthorSwayambhudev
AuthorRamnish Tomar, Dalsukh Malvania, H C Bhayani
PublisherPrakrit Text Society Ahmedabad
Publication Year1997
Total Pages282
LanguagePrakrit, Apabhransh
ClassificationBook_Devnagari, Literature, & Story
File Size11 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy