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बयासीइमो संधि
कण्णहो वीभच्छु पेक्खंतहो गरुडासणहो। जिह गयहो गइंदु भिडिउ भीमु दूसासणहो॥
. [१] वारुणे आसासण्णए केसरे एक्क-पहर-सेसिथिए वासरे भणइ विओयरु देव जणद्दण णर-मुर-कंस-केसि-महु-मद्दण पेक्खु महामइ दुम्मइ कुद्धउ कुरुव-कुरंग-कुलामिस-लुद्धउ जउहरे जलणु जेण देवाविउ जेण दुरोयर-राउ रमाविउ किउ दोमइहे जेण केस-ग्गहु . अद्धु ण दिण्णु समत्थिउ विग्गहु सो पइसरइ जइ-वि रवि-मंडलु जइ-वि अज्जु रक्खइ आखंडलु जमु वइसणु पवणु जोण्हायरु मरइ तो-वि दुजोहण-भायरु जइ पडिवण्णउं णउ पडिपालमि तो ण णियत्तमि पहुण णिहालमि
घत्ता जइ दिवसु भमंतु ण खुडिउ सिरु दूसासणहो तो पंकयणाह उप्परि चडमि हुआसणहो॥
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तुहु मि सहोयरु समरे भिडिजहो तावणि-सिर-तामरसु खुडिजहो जेण कुमारहो धणु-गुणु छिण्णउ जेण घुडुक्कउ सत्तिए भिण्णउ तुहुं हउं जेण-वि रोवाविय जेण सुहद्द हिडिंव रुवाविय(?) सो जइ जीविउ अज्जु रणुज्जय तो पई काइ-मिण किउ धणंजय राह ण विद्ध ण खंडउ चारिउ तालुयवम्म-विंदु ण वियारिउ कुरुउ ग रक्खिउ धणु ण णियत्तिउ सिरु भयवत्तहो खुडेवि ण घत्तिउ ण सुआउहु ण सुदक्खिणु घाइउ णउ अणुविंदु विंदु विणिवाइउ विद्धखत्तु विद्दविउ ण वासवि कण्णे जियंते जियंत असेस-वि
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