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परिसंखण जाणमि किंकराहं पंचास सहस तंवेरमाहं धणु-वाण - भयंकरु रणे सुधीमु धज्जु सासणेण भग्गु विससेणें उलहो मलिउ माणु हय- चिंधु णिराउहु गलिय-गत्तु
घत्ता
पेक्खु अवत्थ जुहिट्ठिलहो गउ सिमिरहो सवडम्मुहउ
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सय पंच सुवण्णहं रहवराहं पण्णारह सहस तुरंगमाहं तिहिं अक्खोहणिहिं विरुद्धु भीमु रवि - सुउ सिहंडि - अणुपण लग्गु लुसलु-वि दीस भज्जमाणु कह कह व ण मरणावत्थ पत्तु
लयउ णिरंतरु कण्णहो कंडेहिं । सर कडुंतु सई भुव- दंडेहिं ॥
इय रिट्ठणेमिचरिए धवलइयासिय सयंभुएव - कए ऊणासीइमो सग्गो |
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ऊणासीइमो संधि
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