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रिट्ठणेमिचरिउ
सयलहं वि विहत्तई धणुवराई सयलहं वि हय रह-कुवराई सयलह तणु-ताणइं ताडियाई सयलह धय-छत्तई पाडियाई सयलाह-मि सत्तिउ पेसियाउ सयला वि सरेहिं णीसेसियाउ सुउ सल्लहा सत्तेहि सरेहि छिक्कु रुप्प-रहुं वि-रहु किउ कहि-मि ल्हिक्कु ८ सेणावइ विलसइ एम जाम धट्टणु बहु-रहु पत्तु ताम
घत्ता
दुमय-विराडहं पुत्त पवण-हुवासण जेम
दप्पुब्भड किलिकिलिया । विण्णि-वि एक्कहिं मिलिया ॥
एत्तहे-वि पियामहु रणे रउडु मज्जाय-विवज्जिउ जिह समुद्दु गय-धड-वेलाउलु वल-जलोहु रंगंत-तुरंग-तरंग-सोहु मंथणहण(?) सक्किउ पत्थिवेहिं सोमय-सिंजय-मच्छाहिवेहि स-सिहंडि-पंडि-धज्जुणेहिं तवतणय-भीम-जमलज्जुणेहिं
ण णिवारिउ केहि-मि समुहु एंतु कुंडल-मंडिय-भड-सिरइं लेंतु सीसक्क-कवय-वर-घणु-धराई महियले पाडतु णिरंतराई तहिं अवसरे वाहिय-संदणेण पडिखलिउ विराडहो णंदणेण सामण्ण-अण्ण-आहव-पइद्ध गंगेय थाहि कहिं जाहि विद्ध
घत्ता
पंडव-कुरुव-पहाण देवासुर-संगामे
भिडिय वे-वि सेणावइ । सुक्क-विहाफइ णावइ ॥
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