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तिण्णि-वि अ-हिय सल्ल-रणंगणे
तिण्णि-वि ससर - सरासण- हत्था तिण्णि-वि जय - सिरि रामालिंगण तिहिं आएसु दिण्णु गोविंदे सिवसुय - सेणावइ-वीभच्छेहि
तिहि भिडते हि रणमहि-देवय
रु कुरुणाहेण रुहिरहो पुत्तेण
णर - सारिय- कप्यया रंगाविय तुरंगमा विद्ध महा-धय छिण्णइं छत्तई चूरिय रह रहंग रहि सारहि देहि तुरंगु जेण परिसक्कमि
-वि को- वि वृत्त कहि गम्मइ जिम कु- सरीरें थिरु जसु लब्भइ वहहिं जाम वोल्ल भड - संगरे पेसिय तिण्णि वइरि - मइ-मोहण तिणि- वि तेहि घरि तिर्हि आएहिं
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रिट्टणेमिचरिउ
तिण्णि-वि सारभूय तउ साहणे तिण्ण-वि तिहुयणु जिणेवि समत्था तिण्णि-वि तोसिय- अमर - वरं गण तिण्णि-वि धाइय एक्के विदे ८ भिण्णु वूहु जिह सायरु मच्छे हि
घत्ता
णिय रहवर णरवर-सिर - कमलेहिं अंचिय ॥
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दुबई
दंति दप्पिया
किय अयंगमा
कहिं - मि ण खंचिय |
गिरि-व पज्झरंति । महियले पति ॥
पवर - विमाणई वसुमइ पत्तई केण वि के वित्तणीसारहि पर-सर- धोरण घरेविण सक्कमि ४ जिम्व जय - सिरि जिम्व सुरवहु रम्मइ तो संगामु किण्ण पारब्भइ महि - परमेसरेण तर्हि अवसरे रुप्पि - हिरण्णणाह-दुज्जोहण णं सुरणइ प्रवाह तिहि भाए हिं
धत्ता
सिव-दणु रुप्पि - णरिंदें ।
सेणावइ हरि व मइंदें ||
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